जयपुर. हाल ही में राज्य सरकार की ओर से वार्डों का पुनर्गठन किया गया, जिसके बाद जयपुर नगर निगम में 91 से बढ़कर 150 वार्ड हो गए. इस परिसीमन में बढ़ी वार्डों की संख्या के बाद अब कांग्रेस का फोकस वाल्मीकि समाज के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारने पर है.
यही वजह है कि महर्षि वाल्मीकि जयंती कार्यक्रम के दौरान यूडीएच मंत्री ने मंच से जयपुर के कांग्रेसी विधायकों से अपील की, कि जहां भी वाल्मीकि समाज के मतदाता ज्यादा हैं. वहां समाज के प्रतिनिधि को पार्षद का चुनाव लड़ाना चाहिए और उनकी पूरी मदद करें. ताकि वो नगर निगम में पार्षद चुनकर जाएं. हालांकि बाद में धारीवाल ने कहा कि जो जिताऊ उम्मीदवार होगा, उसे चयन समिति जरूर मौका देगी.
वहीं मुख्य सचेतक और हवामहल से विधायक महेश जोशी ने अपने और किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से रिजर्व सीट के अलावा जनरल सीट पर भी वाल्मीकि समाज के लोगों को चुनाव लड़ने का मौका देने की बात कही. उन्होंने कहा कि जहां भी वाल्मीकि समाज का हक बनेगा हर उस सीट पर उन्हें टिकट दिया जाएगा. बहरहाल, नगर निगम चुनाव में कांग्रेस किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती. यही वजह है कि पार्टी के प्रतिनिधि सभी वर्गों को साधने में जुटे हुए हैं और फिलहाल मुस्लिम समाज के बाद अब उनका फोकस वाल्मीकि समाज पर है.