जयपुर. मंगलवार को मानगढ़ धाम आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से हमलावर (Congress targets PM Modi visit to Mangarh Dham) है. कांग्रेस का कहना है कि मोदी वोटों की खातिर मानगढ़ धाम आ रहे हैं, क्योंकि गुजरात में अभी चुनाव हैं. वहीं राजस्थान और मध्यप्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं. इसलिए पीएम मोदी का मानगढ़ आना उनका चुनावी स्टंट है.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सवाल उठाया कि मोदी 8 साल तक कहां थे. वे प्रधानमंत्री बनने के बाद यहां पहले क्यों नहीं आए. डोटासरा ने कहा कि 'खैर देर आए दुरस्त आए'. अगर मोदी मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करते हैं, तो हम उसका स्वागत करेंगे. डोटासरा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे कि वह देश के प्रधानमंत्री ना होकर आज भी गुजरात के मुख्यमंत्री हों. डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो वोटों की फसल काटने राजस्थान आ रहे हैं, लेकिन अगर इसी बहाने प्रधानमंत्री अगर राजस्थान को लेकर कोई घोषणा करते हैं तो वह इसका स्वागत करेंगे.
तो वहीं जोधपुर के सांसद प्रत्याशी रहे और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने भी कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह मांग कर रही है कि वह पूर्वी राजस्थान के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी इआरसीपी योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करे. वहीं कांग्रेसी लगातार मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग भी प्रधानमंत्री से कर रही है.
मंत्री महेश जोशी ने कहा कि मोदी अगर सांस भी लेते हैं, तो उसमें भी वह चुनावी फायदा देखते हैं. उन्होंने कहा कि मोदी आज अशोक गहलोत को फॉलो कर रहे हैं. केन्द्र राज्य की योजनाओं का अनुसरण करने की कोशिश कर रहा है. वहीं मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास बोले कि लोकसभा चुनावों के बाद पीएम मोदी राजस्थान आ रहे हैं. आमजन उनसे उम्मीद कर रहा है कि वे राजस्थान के लिए कुछ अच्छी घोषणाएं करेंगे. ऐसे में देखना है कि पीएम मोदी हमेशा की तरह लोगों को निराश करते हैं या फिर राजस्थान के लिए कुछ बेहतर कर पाते हैं.
मोदी के लिए चुनौती: आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंगलवार को जिस तरह से मानगढ़ धाम में राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात 3 राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहेंगे. इस साफ जाहिर है कि इस दौरे से गुजरात के चुनाव पर तो फोकस होगा ही, साथ ही मध्यप्रदेश और राजस्थान की आदिवासी आबादी को भी मोदी अपने साथ जोड़ने का प्रयास करते दिखाई देंगे.
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राजस्थान की बात करें तो आदिवासी इलाकों में जिस तरह से भाजपा को कांग्रेस के साथ ही भारतीय ट्राइबल पार्टी से भी कड़ी चुनौती मिल रही है. ऐसे में मोदी चाहते हैं कि गुजरात के चुनाव के साथ ही राजस्थान के बागड़ इलाके में भाजपा की पकड़ फिर से मजबूत हो सके. इससे आदिवासी वोटों के सहारे भाजपा आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव में सत्तासीन हो और 2024 के चुनाव में फिर से वह आदिवासी वोटों के सहारे लोकसभा चुनाव में क्लीनस्वीप करें.