जयपुर. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में राजस्थान में कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा ने अपनी ही सरकार के मंत्री परसादी लाल मीणा और महेश जोशी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दलित होने के कारण उनके काम नहीं किए जाते हैं. उन्हें फटकार कर भगा दिया जाता है.
बाबूलाल बैरवा ने कहा कि वो मंत्री परसादी लाल मीणा के पास 20 बार अपने काम को लेकर जा चुके हैं. मंत्री केवल पेपर रख लेते हैं और काम नहीं करते. बाबूलाल बैरवा ने कहा कि परसादी लाल मीणा न तो उनके क्षेत्र में पीएचसी, सीएचसी खोल रहे हैं न ही खाली पड़ी पोस्ट भर रहे हैं. लेकिन क्षेत्र की नर्स का बाड़मेर और जैसलमेर ट्रांसफर कर दिया जाता है. उन्होंने परसादी लाल मीणा के साथ ही मंत्री महेश जोशी पर भी काम नहीं करने के आरोप लगाए.
पढ़ें. Bairwa On Gehlot: लगाया बड़ा आरोप, बोले- मैं चुका रहा हूं पायलट की तरफदारी का खामियाजा
बाबूलाल बैरवा ने कहा कि परसादी लाल मीणा की शिकायत वह मुख्यमंत्री से कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई भी नहीं हुई है. नाराज विधायक बाबूलाल बैरवा ने कहा कि मैं 4 बार का विधायक हूं लेकिन मुझसे जूनियर रहे मंत्री मेरा काम करने से इनकार करते हैं. उन्होंने कहा कि वो शेड्यूल कास्ट के हैं, इसलिए परसादी लाल मीणा उनके साथ ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि काम को लेकर बेटे को भेजा जो बोर्ड में उपाध्यक्ष है, उसे भी भगा दिया गया. मंत्री महेश जोशी को लेकर उन्होंने कहा कि हर विधानसभा में 40 हैडपंप दिए गए, लेकिन उनके क्षेत्र में उन्होंने केवल 8 हैडपंप दिए. इसे हमने ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि मंत्री महेशी जोशी मेरा काम नहीं करते है. कठूमर में एक्सईएन का नया ऑफिस खोला है लेकिन स्टाफ नहीं लगा रहे.
सरकार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी नहीं : अपने ही मंत्रियों की शिकायत करने के बाद बाबूलाल बैरवा ने कहा कि राजस्थान में सरकार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी नहीं है. लेकिन सचिन पायलट और अशोक गहलोत को एक होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी को नुकसान होगा. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बन सकती है लेकिन इसके लिए गहलोत और पायलट का एक होना जरूरी है.