जयपुर. राजस्थान की कांग्रेस पार्टी की राजनीति में इन दिनों हर किसी को इंतजार है कि पार्टी सचिन पायलट को लेकर क्या निर्णय लेती है. इसी बीच एआईसीसी सचिन पायलट के अपनी ही सरकार पर पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार की जांच नहीं होने के आरोपों पर यह कहती नजर आई कि गहलोत सरकार की जनता के लिए बनाई गई योजनाओं के आधार पर ही पार्टी चुनाव में जाएगी.
अब एआईसीसी की लाइन राजस्थान कांग्रेस ने भी अपना ली है. यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी संगठन चाहे वह कोई प्रकोष्ठ हो, विभाग हो या फिर अग्रिम संगठन, सभी को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वह गहलोत सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम आदमी तक पहुंचाएं. इसके चलते अब राजस्थान कांग्रेस का ओबीसी प्रकोष्ठ भी इसकी तैयारियों में जुट गया है और ओबीसी प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को बुलाई गई है, जिसमें ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय यादव और ओबीसी प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी तो मौजूद रहेगी.
इसके साथ ही प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. साफ है कि डोटासरा और रंधावा यह चाहते हैं कि आपसी राजनीतिक विवादों से कांग्रेस कार्यकर्ता दूर रहे और वह जनता को कांग्रेस की योजनाओ से अवगत करवाने में जूट जाएं. यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी की राजस्थान ओबीसी प्रकोष्ठ की ओर से अब यह तय किया गया है कि ओबीसी प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारी 24 अप्रैल से शुरू होने जा रहे बचत राहत कैंप में हिस्सेदारी निभाएंगे और आम जनता को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए उनकी सहायता करते दिखाई देंगे. ओबीसी प्रकोष्ठ ही नहीं, बल्कि प्रदेश के सभी विभाग और प्रकोष्ठ संगठन से निर्देश पाने के बाद इस काम की तैयारी में जुट गए हैं.