जयपुर. मणिपुर में हिंसा और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने इसे पूरे देश में एक मुद्दा बना लिया है. राजधानी में भी शनिवार को अंबेडकर सर्किल से अमर जवान ज्योति तक प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और सह प्रभारी अमृता धवन के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया.
कैंडल मार्च के जरिए कांग्रेस पार्टी ने जिन महिलाओं के साथ बदसलूकी हुई, उनके प्रति अपनी संवेदनाएं और सहानुभूति प्रकट की. इस दौरान कैंडल मार्च में शामिल हुए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मणिपुर के साथ राजस्थान को प्रधानमंत्री ने इसलिए जोड़ा क्योंकि वह इलेक्शन मोड में आ चुके हैं और उनका हमेशा इलेक्शन ही एजेंडा होता है. रंधावा ने कहा कि देश की बेटियों की रिस्पेक्ट करना प्रधानमंत्री का काम है. मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, वह देश के लिए एक कलंक है. उस घटना को राजस्थान के साथ जोड़ प्रधानमंत्री राजस्थान की बहू -बेटी का भी अपमान कर रहे हैं.
पढ़ें: राठौड़ हैं शातिर, मणिपुर की घटना को डायवर्ट करने के लिए कर सकते हैं साजिशः डोटासरा
वहीं सह प्रभारी अमृता धवन ने कहा कि मणिपुर की घटना को राजस्थान के साथ कंपेयर करना असफलता की निशानी है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई जानी थी. वह भी अब तक नहीं बुलाई जा सकी है. उन्होंने कहा कि यह घटना किसी पार्टी की बात नहीं है बल्कि इंसानियत को तार-तार करने वाली घटना है. अमृता धवन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खुद के परिवार नहीं है, बेटी नहीं है, इसीलिए वह दूसरी बहन-बेटी का दर्द भी नहीं समझ पा रहे हैं.