कोटपूतली (जयपुर). भारी गहमा गहमी के बीच कोटपूतली नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव संपन्न हुआ. कांग्रेस की पुष्पा सैनी ने बीजेपी की सुषमा सैनी को 4 वोट से हराया. जबकि अध्यक्ष पद की निर्दलीय प्रत्याशी कांता सैनी ने आखिरी समय मे कांग्रेस प्रत्याशी को अपना समर्थन देकर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित कर दी.
कोटपूतली नगर पालिका में 40 वार्ड हैं. यहां कांग्रेस के 8 पार्षद जीत कर आए थे और बीजेपी के भी 8 पार्षद जीत कर आए थे. ऐसे में दोनों ही पार्टियों को निर्दलीय विजेताओं पर दांव खेलना था. जहां कांग्रेस निर्दलीयों को अपने पाले में लाने में कामयाब रही. कांग्रेस की पुष्पा सैनी को 22 वोट मिले. यहां अध्यक्ष बनाने को लेकर क्षेत्रीय विधायक और राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव का रुतबा दांव पर था. लेकिन बहुमत के लिए जरूरी 21 पार्षदों से आगे बढ़कर 22 पार्षदों का समर्थन जुटाने में पार्टी कामयाब रही.
पिछले 25 साल से कोटपूतली नगर पालिका में 2 परिवारों का दबदबा था. लेकिन इस बार नए चेहरे को अध्यक्षी मिली है. अध्यक्ष पुष्पा सैनी वार्ड 26 से जीत कर आई थी. अध्यक्ष बनने के बाद पुष्पा सैनी ने कहा कि कोटपूतली में सीवर लाइन और साफ-सफाई और विकास के दूसरे बड़े प्रोजेक्ट उनकी प्राथमिकता रहेंगे.
कोटपूतली में कांग्रेस जहां अपना अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही. वहीं बीजेपी ने भी कड़ी टक्कर दी. बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में 18 वोट पड़े. पार्टी के विधानसभा प्रभारी मुकेश गोयल के अलावा पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना भी आखिरी मिनट तक बीजेपी का बोर्ड बनाने की जोड़-तोड़ में जुटे रहे. जिसके चलते उनकी पुलिस अधिकारियों के साथ खींचतान भी हो गई.
कोटपूतली में अभी तक बीजेपी बोर्ड था लेकिन 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से यहां विकास के काम लगभग ठप पड़ गए थे. राज्यमंत्री ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि यहां कांग्रेस का बोर्ड बनता है तो वे विकास की गंगा बहा देंगे. अब देखने वाली बात ये होगी कि उनके वादे धरातल पर आने में कितना समय लेते हैं.