जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दौसा दौरे पर हैं. उन्होंने अजमेर की एक जनसभा में ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था. ऐसे में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के सोहना-दौसा खंड के लोकार्पण करने दौसा आ रहे प्रधानमंत्री से पहले नसीहतों का दौर जारी रहा. इस क्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ईआरसीपी मामले में मुख्यमंत्री और कांग्रेस पर सियासत करने का आरोप लगाया. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भारत में संघवाद होने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जाने की नसीहत दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौसा कार्यक्रम से ठीक पहले पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर चल रही सियासत के बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के आरोपों को सिरे से नकारा. पूनिया ने कहा कि राजस्थान की सिंचाई के मसले को देखेंगे तो इंदिरा गांधी नहर परियोजना और माही के अलावा इन 60 वर्षों में कांग्रेस ने कोई बड़ी परियोजना नहीं दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन के जरिए पूरे देश को जोड़ा. अभी काफी बड़ा बजट सिंचाई के लिए दिया है. कांग्रेस में मुख्यमंत्री ईआरसीपी पर केवल राजनीति कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री कई बार कह चुके हैं कि राष्ट्रीय परियोजना के मापदंड के अनुसार यदि राज्य सरकार केंद्र को प्रस्ताव बनाकर भेजती है तो केंद्र सरकार तत्परता से उस पर काम करेगी. अभी भी तत्परता से ही काम कर रही है.
पूनिया ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार केवल इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. जबकि इसे राजनीति का मुद्दा न बनाकर जनता की सहूलियत का मुद्दा बनाना चाहिए. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कालखंड में शुरू हुई थी. बीजेपी और केंद्र सरकार इस बात को लेकर प्रतिबद्ध हैं कि राजस्थान के लोगों को सिंचाई और पेयजल की सुविधा के लिए पानी मिल सके. कांग्रेस इस पर केवल सियासत कर रही है.
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उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौसा में होने वाले कार्यक्रम में जरूर जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में संघवाद है और यही हमारे संविधान की आधारशिला है. राठौड़ के अनुसार केंद्र और राज्य में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का पद सर्वोच्च होता है और उनके अपने अधिकार हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री को हर निर्णय को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए.
राजनीतिक दृष्टि से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौसा दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी नेताओं का मानना है कि प्रधानमंत्री के राजस्थान की धरा पर ये दौरा राजस्थान और बीजेपी को नई ताकत देगा.