जयपुर. बच्चों के जन्मजात विकृतियां, संक्रमण और ट्यूमर के इलाज के लिए अब राजस्थान के बच्चों को दूसरे बड़े शहरों तक दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल में पीडियाट्रिक न्यूरोसर्जरी एंड एंडो वैस्कुलर क्लिनिक की शुरुआत होने जा रही है. जहां बच्चों के मस्तिष्क और रीड की हड्डी के विकारों का उपचार किया का सकेगा. इसके साथ ही सेरेब्रो वैस्कुलर न्यूरो सर्जरी क्लिनिक की भी शुरुआत की जा रही है.
सवाई मानसिंह अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग में दो नए स्पेशलिटी क्लिनिक शुरू होने जा रहे हैं, जिनमें एक पीडियाट्रिक न्यूरो सर्जरी एंड एंडो वैस्कुलर क्लिनिक और दूसरा सेरेब्रो वैस्कुलर न्यूरो सर्जरी होगा. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजीव बगरहट्टा और अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा इसका शुभारंभ करेंगे.
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दरअसल, पेडियाट्रिक न्यूरो सर्जरी के तहत बच्चों के मस्तिष्क और रीड की हड्डी के विकारों का उपचार किया जाता है. इसमें बच्चों के जन्मजात विकृतियां, चोट, संक्रमण और ट्यूमर का इलाज शामिल है. इसी के तरह एंडो वैस्कुलर न्यूरो सर्जरी में मस्तिष्क और रीड की हड्डी की विकारों का इलाज किया जा सकेगा. आम भाषा में समझे तो खून की नसों का गुच्छा होना, खून की नसों में असामान्य फूलन जैसी समस्याओं का बिना चिरफाड़ के इलाज किया जा सकेगा.
न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि नई स्पेशलिटी शुरू होने से मरीजों को फायदा होगा. ये मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाले इलाज प्रदान करने के प्रयासों का एक इम्पोर्टेन्ट पार्ट होगा. वहीं, न्यूरो सर्जरी के ही सीनियर प्रोफेसर व एसएमएस अस्पताल की अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने बताया कि एसएमएस हॉस्पिटल सबको बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने को तैयार है. इस कड़ी में न्यूरो सर्जरी विभाग की ओर से स्पेशलिटी क्लिनिक का शुरू होना भी एक सराहनीय कदम है.