जयपुर. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने गुरुवार को जनता के काम नहीं करने के कारण जयपुर तहसीलदार को कार्यमुक्त कर दिया. जिला कलेक्टर ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया. कार्यमुक्त करने से पहले जिला कलेक्टर ने अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में तहसीलदार की शिकायत की थी. जिसके बाद तहसीलदार गजेंद्र गोयल को अब रेवेन्यू बोर्ड अजमेर में उपस्थिति दर्ज करानी होगी. जयपुर तहसीलदार गजेंद्र गोयल की जगह नायब तहसीलदार अब्दुल रहमान को जयपुर तहसीलदार का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है.
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि किसान सम्मान निधि योजना और जनता से जुड़े हुए कार्य तहसीलदार गजेंद्र गोयल नहीं कर पा रहे थे. उनके कामों की पेंडेंसी बहुत ज्यादा थी. किसान सम्मान निधि योजना में जयपुर जिले का एक भी फॉर्म नहीं था. पिछले दिनों मुख्य सचिव ने भी इसे लेकर नाराजगी जाहिर की थी. कुछ दिनों पहले पटवारी संघ ने भी कलेक्टर को ज्ञापन देकर जयपुर तहसीलदार गजेंद्र गोयल की शिकायत की थी.
बता दें कि पिछले दिनों जयपुर तहसीलदार के कर्मचारी पर एसीबी की कार्रवाई होने के डर से तहसीलदार बिना कारण बताए छुट्टियों पर चले गए थे. जिला कलेक्ट्रेट की ओर से तहसीलदार को कई बार नोटिस भी दिया गया और उनसे संपर्क करने की भी कोशिश की गई. फिर उनकी जगह अन्य दूसरे अधिकारी को चार्ज दिया गया था. इसके बाद करीब 15-20 दिनों बाद जयपुर तहसीलदार गजेंद्र गोयल ने अपना कार्यभार संभाला.
जयपुर जिले में इससे पहले कोटपूतली तहसीलदार पर भी कार्रवाई हो चुकी है. इस तरह जयपुर जिले में यह दूसरा मामला है जब किसी तहसीलदार पर कार्रवाई की गई है. कोटपूतली तहसीलदार सीमा खेतान के खिलाफ भी कलेक्टर ने कार्रवाई की थी. कोटपूतली तहसीलदार के खिलाफ बिना बताए दफ्तर से चले जाने और काम पर नहीं आने की शिकायतें मिल रही थी. कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कोटपूतली तहसीलदार के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर भेजी थी. तहसीलदार ने कलेक्टर के समक्ष पेश होकर जवाब दिया था.