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सचिन पायलट को जवाब और आलाकमान को संदेश, ये है अशोक गहलोत की 'खास' रणनीति

सचिन पायलट के सत्ता में भागीदारी की बात करने का जवाब मुख्यमंत्री गहलोत गोविंद डोटासरा के साथ सभाएं करके दे रहे हैं. महंगाई राहत कैंप के जरिए दोनों नेता चुनावी सभाएं करेंगे और एकजुटता का संदेश देंगे.

Mehngai Rahat camp
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Published : Apr 26, 2023, 11:13 AM IST

जयपुर. राजस्थान में एक ओर सचिन पायलट सत्ता में संतुलन बनाने की बात कहकर, इशारों में यह कहते नजर आ रहे हैं कि सत्ता और संगठन की चाबी एक ही हाथ में है. दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुछ बोले बगैर ही यह मैसेज दे रहे हैं कि राजस्थान में सरकार और संगठन मिलकर काम कर रहे हैं. साथ ही सरकार रिपीट करवाने के लिए एकजुट हो गए हैं. कांग्रेस आलाकमान तक यह मैसेज पहुंचाने के लिए गहलोत ने अब महंगाई राहत कैम्प को जरिया बनाया है. कांग्रेस के संगठन ने भी यह माना है कि गहलोत की योजनाओं को आधार बनाकर पार्टी चुनाव में उतरेगी. ऐसे में गहलोत ने अपनी योजनाओं को जनता में पहुंचाने के लिए लगाए महंगाई राहत शिविर शुरू कर, एक पंथ दो काज किया है.

पढ़ें. सचिन पायलट ने फिर अशोक गहलोत को घेरा, कहा- 25 सितंबर की घटना से पार्टी को असली नुकसान हुआ था, एंटी पार्टी गतिविधि तो वो थी

आम जनता के लिए लगाए गए राहत कैम्प के जरिए गहलोत अपनी योजनाओं की जानकारी सीधे लाभार्थी तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इन राहत कैम्प का जायजा लेने के जरिए गहलोत जो सभाएं कर रहे हैं, उन्हें भी सीधे तौर पर चुनावी सभाओं के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है. चाहे महंगाई राहत कैम्प की शुरुआत हो या फिर उन राहत शिविरों का जायजा लेने की बात हो, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को साथ लेकर सत्ता और संगठन के "हम साथ-साथ हैं" का मैसेज देते नजर आ रहे हैं.

गहलोत-डोटासरा करेंगे विधानसभा के लिए चुनावी दौरे : राजस्थान में महंगाई राहत कैम्प अगले 2 महीने तक चलेंगे. इन राहत शिविरों को कांग्रेस ने चुनावी सभाओं का रूप दे दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एक साथ पोस्टर में दिख रहे हैं, उसी तरह अगले 2 महीने यह दोनों नेता एक साथ महंगाई राहत शिविर के जायजे के नाम पर चुनावी सभाएं करते दिखाई देंगे.

पढ़ें. सचिन पायलट व राजेंद्र गुढ़ा के बयानों से चढ़ा वॉर रूम का पारा, तैयार की जा रही है रिपोर्ट !

इन महंगाई राहत शिविरों के माध्यम से सीएम गहलोत डोटासरा को साथ लेकर विधानसभा स्तर तक पहुंच जाएं, इस बात की कवायद चल रही है. सीएम गहलोत राहत शिविरों के जायजे के जरिए सरकार का मैसेज दे रहे हैं तो वहीं डोटासरा गहलोत के साथ मौजूद रहकर यह बता रहे हैं कि सत्ता और संगठन साथ-साथ हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का प्रयास है कि 2 महीने में कई दौरे प्रभारी रंधावा को भी साथ रखकर किए जाए ताकि एकजुटता का संदेश कांग्रेस आलाकमान तक भी पहुंच जाए. बुधवार को बीकानेर के नोखा में हो रहे पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के किसान सम्मेलन में शामिल होकर कुछ ऐसा ही संदेश आज से देने की शुरुआत भी हो जाएगी.

जयपुर. राजस्थान में एक ओर सचिन पायलट सत्ता में संतुलन बनाने की बात कहकर, इशारों में यह कहते नजर आ रहे हैं कि सत्ता और संगठन की चाबी एक ही हाथ में है. दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुछ बोले बगैर ही यह मैसेज दे रहे हैं कि राजस्थान में सरकार और संगठन मिलकर काम कर रहे हैं. साथ ही सरकार रिपीट करवाने के लिए एकजुट हो गए हैं. कांग्रेस आलाकमान तक यह मैसेज पहुंचाने के लिए गहलोत ने अब महंगाई राहत कैम्प को जरिया बनाया है. कांग्रेस के संगठन ने भी यह माना है कि गहलोत की योजनाओं को आधार बनाकर पार्टी चुनाव में उतरेगी. ऐसे में गहलोत ने अपनी योजनाओं को जनता में पहुंचाने के लिए लगाए महंगाई राहत शिविर शुरू कर, एक पंथ दो काज किया है.

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आम जनता के लिए लगाए गए राहत कैम्प के जरिए गहलोत अपनी योजनाओं की जानकारी सीधे लाभार्थी तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इन राहत कैम्प का जायजा लेने के जरिए गहलोत जो सभाएं कर रहे हैं, उन्हें भी सीधे तौर पर चुनावी सभाओं के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है. चाहे महंगाई राहत कैम्प की शुरुआत हो या फिर उन राहत शिविरों का जायजा लेने की बात हो, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को साथ लेकर सत्ता और संगठन के "हम साथ-साथ हैं" का मैसेज देते नजर आ रहे हैं.

गहलोत-डोटासरा करेंगे विधानसभा के लिए चुनावी दौरे : राजस्थान में महंगाई राहत कैम्प अगले 2 महीने तक चलेंगे. इन राहत शिविरों को कांग्रेस ने चुनावी सभाओं का रूप दे दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एक साथ पोस्टर में दिख रहे हैं, उसी तरह अगले 2 महीने यह दोनों नेता एक साथ महंगाई राहत शिविर के जायजे के नाम पर चुनावी सभाएं करते दिखाई देंगे.

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इन महंगाई राहत शिविरों के माध्यम से सीएम गहलोत डोटासरा को साथ लेकर विधानसभा स्तर तक पहुंच जाएं, इस बात की कवायद चल रही है. सीएम गहलोत राहत शिविरों के जायजे के जरिए सरकार का मैसेज दे रहे हैं तो वहीं डोटासरा गहलोत के साथ मौजूद रहकर यह बता रहे हैं कि सत्ता और संगठन साथ-साथ हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का प्रयास है कि 2 महीने में कई दौरे प्रभारी रंधावा को भी साथ रखकर किए जाए ताकि एकजुटता का संदेश कांग्रेस आलाकमान तक भी पहुंच जाए. बुधवार को बीकानेर के नोखा में हो रहे पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के किसान सम्मेलन में शामिल होकर कुछ ऐसा ही संदेश आज से देने की शुरुआत भी हो जाएगी.

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