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जयपुर: नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों की दिनचर्या और डाइट में हुआ बदलाव, ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रबंध - Winter special

प्रदेश में तेज ठंड का पड़ना शुरू हो गया है. जिसके चलते जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों की दिनचर्या और डाइट में बदलाव किया गया है. इसके साथ ही वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रबंध भी किए गए हैं.

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क,  Nahargarh Biological Park
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क
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Published : Dec 6, 2019, 7:32 PM IST

जयपुर. सर्दी से बचाव के लिए नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लॉयन, टाइगर, लेपर्ड जैसे बड़े वन्यजीवों के लिए एंक्लोजर में हीटर लगाया गया है. इसके साथ ही वन्यजीवों के पिंजरो में परान, भूसा बिछाने के साथ-साथ बोरिया भी लगाई गई है.

वन्यजीवों की दिनचर्या और डाइट में बदलाव

सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में भी बदलाव किया गया है. डाइट में दो बॉईल एग शामिल करने के साथ-साथ चिकन की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है. भालू को उबले अंडे के साथ पिंड खजूर दिए जा रहे है. वहीं, शाकाहारी वन्यजीवों को गाजर के साथ दाने की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है.

इसी के साथ बर्ड्स की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मेडिसिन दी जा रही है. वहीं, रेप्टाइल प्रजातियों के जानवरों जैसे मगरमच्छ, कछुआ और घड़ियाल के भोजन में कमी की गई है. क्योंकि, सर्दियों में इन वन्यजीवों की मेटाबॉलिज्म क्षमता कम हो जाती है.

पढ़ें- वन मंत्री वन्यजीवों की सेहत की जानकारी लेने पहुंचे नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क, लॉयन त्रिपुर के स्वास्थ्य में आया सुधार

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में परिवर्तन किया गया है. इसके साथ ही सर्दी से बचाने के लिए वन्यजीवों के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं. डाइट में भालू को शहद की मात्रा 100 ग्राम बढ़ा दी गई है और पिंड खजूर दिया जा रहा है. शक्कर की जगह गुड दिया जा रहा है. इसके अलावा रोटी के साथ गर्म दूध और दो अंडे बॉईल करके दिए जा रहे है.

लॉयन, पैंथर और टाइगर को दो-दो बॉयल अंडे दिए जा रहे है. शाकाहारी वन्यजीवों की 100 ग्राम दाल बढ़ाई गई है. इसके अलावा 2 किलो गाजर भी ज्यादा दी जा रही है. सभी वन्यजीवों के पिंजरे में पराल डालना शुरू किया गया है, जिससे वन्यजीवों को थोड़ी गर्माहट महसूस होगी. उन्होंने बताया कि बड़े वन्यजीवों के पिंजरे में हीटर लगाए गए है. जिससे उनको सर्दी से बचाया जा सके. इसके साथ ही पिंजरों के बाहर और अंदर पर्दें भी लगा दिए गए है.

जयपुर. सर्दी से बचाव के लिए नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लॉयन, टाइगर, लेपर्ड जैसे बड़े वन्यजीवों के लिए एंक्लोजर में हीटर लगाया गया है. इसके साथ ही वन्यजीवों के पिंजरो में परान, भूसा बिछाने के साथ-साथ बोरिया भी लगाई गई है.

वन्यजीवों की दिनचर्या और डाइट में बदलाव

सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में भी बदलाव किया गया है. डाइट में दो बॉईल एग शामिल करने के साथ-साथ चिकन की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है. भालू को उबले अंडे के साथ पिंड खजूर दिए जा रहे है. वहीं, शाकाहारी वन्यजीवों को गाजर के साथ दाने की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है.

इसी के साथ बर्ड्स की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मेडिसिन दी जा रही है. वहीं, रेप्टाइल प्रजातियों के जानवरों जैसे मगरमच्छ, कछुआ और घड़ियाल के भोजन में कमी की गई है. क्योंकि, सर्दियों में इन वन्यजीवों की मेटाबॉलिज्म क्षमता कम हो जाती है.

पढ़ें- वन मंत्री वन्यजीवों की सेहत की जानकारी लेने पहुंचे नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क, लॉयन त्रिपुर के स्वास्थ्य में आया सुधार

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में परिवर्तन किया गया है. इसके साथ ही सर्दी से बचाने के लिए वन्यजीवों के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं. डाइट में भालू को शहद की मात्रा 100 ग्राम बढ़ा दी गई है और पिंड खजूर दिया जा रहा है. शक्कर की जगह गुड दिया जा रहा है. इसके अलावा रोटी के साथ गर्म दूध और दो अंडे बॉईल करके दिए जा रहे है.

लॉयन, पैंथर और टाइगर को दो-दो बॉयल अंडे दिए जा रहे है. शाकाहारी वन्यजीवों की 100 ग्राम दाल बढ़ाई गई है. इसके अलावा 2 किलो गाजर भी ज्यादा दी जा रही है. सभी वन्यजीवों के पिंजरे में पराल डालना शुरू किया गया है, जिससे वन्यजीवों को थोड़ी गर्माहट महसूस होगी. उन्होंने बताया कि बड़े वन्यजीवों के पिंजरे में हीटर लगाए गए है. जिससे उनको सर्दी से बचाया जा सके. इसके साथ ही पिंजरों के बाहर और अंदर पर्दें भी लगा दिए गए है.

Intro:जयपुर
एंकर- प्रदेश में तेज कपकपाती ठंड का पड़ना शुरू हो गया है। मौसम के अनुसार जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों की दिनचर्या और डाइट में भी बदलाव किया गया है।
इसके साथ ही वन्यजीवों को ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रबंध भी किए गए हैं।



Body:सर्दी से बचाव के लिए नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लॉयन, टाइगर, लेपर्ड जैसे बड़े वन्यजीवों के लिए एंक्लोजर में हीटर लगाया गया है। इसके साथ ही वन्यजीवों के पिंजरो में परान भूसा बिछाने के साथ-साथ बोरिया भी लगाई गई है। सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में भी बदलाव किया गया है। डाइट में दो बॉईल एग शामिल करने के साथ-साथ चिकन की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है। भालू को उबले अंडे के साथ पिंड खजूर दिए जा रहे है। शाकाहारी वन्यजीवों को गाजर के साथ दाने की मात्रा में बढ़ोतरी की गई है। इसी के साथ बर्ड्स की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मेडिसिन दी जा रही है। वही रेप्टाइल प्रजातियों के जानवरों जैसे मगरमच्छ, कछुआ और घड़ियाल के भोजन में कमी की गई है। क्योंकि सर्दियों में इन वन्यजीवों का मेटाबॉलिज्म पचाने की क्षमता कम हो जाती है।

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि सर्दियों के मौसम के अनुसार वन्यजीवों की डाइट में परिवर्तन किया गया है। इसके साथ ही सर्दी से बचाने के लिए वन्यजीवो के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं। डाइट में भालू को शहद की मात्रा 100 ग्राम बढ़ा दी गई है, और पिंड खजूर दिया जा रहा है। शक्कर की जगह गुड दिया जा रहा है। रोटी के साथ गर्म दूध और दो अंडे बॉईल करके दिए जा रहे है।
लॉयन, पैंथर और टाइगर को दो-दो बॉयल अंडे दिए जा रहे है। शाकाहारी वन्यजीवों की 100 ग्राम दाल बढ़ाई गई है। इसके अलावा 2 किलो गाजर भी ज्यादा दी जा रही है। सभी वन्यजीवों के पिंजरे में पराल डालना शुरू किया गया है, जिससे वन्यजीवों को थोड़ी गर्माहट महसूस होगी। बड़े वन्यजीवों के पिंजरे में हीटर लगाए गए है। ताकि उनको सर्दी से बचाया जा सके। इसके साथ ही पिंजरा के बाहर और अंदर पर्दे लगा दिए गए है। ताकि ठंडी हवाओ का सीधे वन्यजीवो पर असर ना पड़े।

बाईट- जगदीश गुप्ता, एसीएफ, नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क




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