कोटा: राजस्थान एलिजिबिलिटी एग्जाम फॉर टीचर्स (REET) परीक्षा का आयोजन राजस्थान में 27 और 28 फरवरी को होने वाला है. कई कैंडिडेट्स का सेंटर दूसरे शहरों और जिलों में आया है. उन्हें राजस्थान सरकार ने रोडवेज की बसों में निशुल्क सफर का तोहफा जरूर दिया है, लेकिन बस में बैठना ही टेड़ी खीर होता जा रहा है. कोटा से जयपुर, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, बूंदी व टोंक की तरफ जाने वाली बसों में खासा ट्रैफिक देखने को मिल रहा है. रोडवेज बस स्टैंड पर बड़ी संख्या में रीट परीक्षा के कैंडिडेट पहुंच रहे हैं. जैसे ही कोई बस आती है तो उसमें प्रवेश के लिए युवा दौड़ लगाते हैं. आपस में युवकों में धक्का मुक्की हो जाती है.
बसों की कमी को लेकर अभ्यर्थियों ने भी आक्रोश जताया है. रीट परीक्षा देने जा रहे विकास का कहना था कि रोडवेज को पहले से बसों का उचित प्रबंध करना चाहिए. किराये में छूट दी गई है, लेकिन बस में चढ़ना ही मुश्किल हो रहा है. विकास का कहना था कि एग्जाम के पहले यह अलग तरह की परीक्षा देनी पड़ रही है.
अन्य यात्रियों को भी हो रही परेशानी: रीट कैंडिडेट कोटा के नयापुरा बस स्टैंड पर पहुंच रहे हैं और इसके चलते अन्य यात्रियों को भी परेशानी हो रही है. बड़ी संख्या में महिला, बुजुर्ग व बच्चे बसों में सवार नहीं हो पा रहे हैं, क्योंकि जैसे ही कोई बस आती है, बड़ी संख्या में युवा भागकर पहले ही सवार हो जाते हैं. ऐसे में रूटीन की यात्रियों को बस में जगह ही नहीं मिल पा रही है.
अतिरिक्त बसें लगाई है: राजस्थान परिवहन निगम के कोटा के मुख्य प्रबंधक अजय कुमार मीणा ने बताया कि रोडवेज ने डेढ़ दर्जन के आसपास अतिरिक्त बसें परीक्षा के लिए लगाई है. इसमें कोटा के अलावा अन्य डिपो की बसें भी शामिल है. उन्होंने यह भी बताया कि बारां, झालावाड़, भीलवाड़ा, अजमेर और जयपुर रुट पर यह बसें चल रही हैं. कैंडिडेट्स को उचित सुविधा देने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. इस रूट पर ज्यादा यात्री भार दिख रहा है, वहां और भी बसें बढ़ा रहे हैं.