चाकसू (जयपुर). लॉकडाउन के बाद अनलॉक फेज में अब धीरे-धीरे हालात सामान्य होने लगे हैं, लेकिन चाकसू क्षेत्र में लगभग पांच महीने से सभी मैरिज हॉल बंद पड़े हैं. कोरोना महामारी के प्रकोप से बचने के लिए सभी शादी समारोह लगभग बंद हैं. ऐसे समारोहों से जिनकी आजीविका चलती थी जैसे टेंट हाउस, मैरिज गार्डन, हलवाई, केटरिंग, घोडी-बाजा, डीजे साउंड, फोटोग्राफी सहित लगभग एक दर्जन लोगों के रोजगार पर संकट छा गया है. समारोहों में सिर्फ 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति से उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है. ऐसे में कारोबारियों ने समस्याओं को लेकर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा है.
अनलॉक फेज में सरकार की तरफ से मात्र 50 अथवा 100 लोगों के ऐसे शादी समारोहों में शामिल होने की अनुमति दी जा रही है. ऐसे में केटरिंग वाले एवं इससे जुड़े परिवारों के सामने आर्थिक परेशानी खड़ी हो गई. वहीं घर खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है. इन्हीं समस्याओं को लेकर गुरुवार को चाकसू टेंट व्यवसायी, लाइट-डेकोरेशन, डीजे-साउण्ड, केटरिंग एवं हलवाई एवं शादी-उस्सव में काम कर गुजारा करने वाले व्यवसायियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चाकसू उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश सहारण से मिलकर समस्याएं सुनाईं.
यह भी पढ़ें: कोरोना काल में काम-धंधा चौपट, व्यवसायियों ने प्रदर्शन कर मांगी गाइडलाइन में रियायत
अध्यक्ष श्याम शरण कूलवाल एवं मंत्री राजेन्द्र शर्मा ने संघ की समस्याओं से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री के नाम लिखित ज्ञापन दिया है. ज्ञापन में मांग की गई है कि शादी-समारोहों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में छूट दी जाए. साथ ही आर्थिक पैकेज एवं किसान क्रेडिट कार्ड की तरह सेवा क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध करवाने की भी बात कही गई. इस अवसर पर टेंट डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्याम शरण कुलवाल सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे.