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रिश्वत के मामले में ACB के रडार पर CBI इंस्पेक्टर, दलाल 30 लाख कैश के साथ गिरफ्तार

राजस्थान ने एसीबी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सीबीआई इंस्पेक्टर के एक दलाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. वहीं, फरार चल रहे सीबीआई इंस्पेक्टर की तलाश की जा रही है.

ACB और CBI (फाइल फोटो)
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Published : Mar 9, 2019, 11:32 AM IST

जयपुर. एसीबी टीम ने सीबीआई इंस्पेक्टर के एक दलाल को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से रिश्वत के 30 लाख रुपये कैश और 45 लाख रुपए के 11 सेल्फ चेक जब्त किए हैं. वहीं, फरार चल रहे सीबीआई इंस्पेक्टर की तलाश की जा रही है.


सीबीआई इंस्पेक्टर के दलाल का नाम शांतिलाल अंचलिया है. इस मामले में सीबीआई के इस्पेक्टर प्रकाश चंद की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. बताया जा रहा है कि जब एसीबी के अधिकारियों ने प्रकाश चंद को पूछताछ के लिए एसीबी मुख्यालय बुलाया तो वो अपना मोबाइल बंद करके फरार हो गए. फरार चल रहे सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद की तलाश में एसीबी और सीबीआई की टीम संयुक्त रूप से दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रही है.


वहीं, बताया जा रहा है कि रिश्वत का ये पूरा खेल हाई कोर्ट द्वारा सीबीआई को ट्रांसफर किए गए गृह निर्माण सहकारी समिति के भूखंडों के केस से जुड़ा हुआ है, जिसमें सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद के पास 18 केस थे और उन्हीं केस में परिवादी को जबरन आरोपी बनाने की धमकी देकर उससे 1 करोड़ 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई.


इस दौरान सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद ने दलाल शांतिलाल के जरिए 90 लाख रुपए की रिश्वत पहले ले ली और शेष 60 लाख रुपए की रिश्वत देने का दबाव बनाने लगा. जैसे जैसे समय बीतता गया, वैसे ही रिश्वत की राशि को भी बढ़ा दिया गया और फिर 75 लाख रुपए की रिश्वत राशि की मांग की गई, जिस पर परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई और शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी टीम ने की कार्रवाई को अंजाम देते हुए दलाल शांतिलाल को 75 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद की तलाश जारी है. बता दें कि प्रकाश चंद दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर हैं, जो कि डेपुटेशन पर सीबीआई में कार्यरत हैं.

जयपुर. एसीबी टीम ने सीबीआई इंस्पेक्टर के एक दलाल को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से रिश्वत के 30 लाख रुपये कैश और 45 लाख रुपए के 11 सेल्फ चेक जब्त किए हैं. वहीं, फरार चल रहे सीबीआई इंस्पेक्टर की तलाश की जा रही है.


सीबीआई इंस्पेक्टर के दलाल का नाम शांतिलाल अंचलिया है. इस मामले में सीबीआई के इस्पेक्टर प्रकाश चंद की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. बताया जा रहा है कि जब एसीबी के अधिकारियों ने प्रकाश चंद को पूछताछ के लिए एसीबी मुख्यालय बुलाया तो वो अपना मोबाइल बंद करके फरार हो गए. फरार चल रहे सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद की तलाश में एसीबी और सीबीआई की टीम संयुक्त रूप से दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रही है.


वहीं, बताया जा रहा है कि रिश्वत का ये पूरा खेल हाई कोर्ट द्वारा सीबीआई को ट्रांसफर किए गए गृह निर्माण सहकारी समिति के भूखंडों के केस से जुड़ा हुआ है, जिसमें सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद के पास 18 केस थे और उन्हीं केस में परिवादी को जबरन आरोपी बनाने की धमकी देकर उससे 1 करोड़ 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई.


इस दौरान सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद ने दलाल शांतिलाल के जरिए 90 लाख रुपए की रिश्वत पहले ले ली और शेष 60 लाख रुपए की रिश्वत देने का दबाव बनाने लगा. जैसे जैसे समय बीतता गया, वैसे ही रिश्वत की राशि को भी बढ़ा दिया गया और फिर 75 लाख रुपए की रिश्वत राशि की मांग की गई, जिस पर परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई और शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी टीम ने की कार्रवाई को अंजाम देते हुए दलाल शांतिलाल को 75 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद की तलाश जारी है. बता दें कि प्रकाश चंद दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर हैं, जो कि डेपुटेशन पर सीबीआई में कार्यरत हैं.

Intro:जयपुर एंकर- एसीबी टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए सीबीआई पर शिकंजा कसते हुए एक सीबीआई के निरीक्षक के दलाल को लाखों रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी ने दलाल शांतिलाल अंचलिया को 30 लाख रुपए नकद और शेष रिश्वत राशि के 11 सेल्फ चेक जो कि 45 लाख रुपए के हैं लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। वहीं इस पूरे प्रकरण में सीबीआई के इस्पेक्टर प्रकाश चंद की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। जब ऐसी भी अधिकारियों ने प्रकाश चंद को पूछताछ के लिए एसीबी मुख्यालय बुलाया तो वह अपना मोबाइल बंद करके फरार हो गए। फरार चल रहे इंस्पेक्टर प्रकाश चंद की तलाश में ऐसी भी और सीबीआई की टीम संयुक्त रूप से दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रही है। वहीं एसीबी की प्रदेश में यह पहली कार्रवाई है जब इतनी बड़ी मात्रा में रिश्वत राशि के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और सीबीआई पर शिकंजा कसा गया है।


Body:वीओ- रिश्वत का यह पूरा खेल हाई कोर्ट द्वारा सीबीआई को ट्रांसफर किए गए गृह निर्माण सहकारी समिति के भूखंडों के केस से जुड़ा हुआ है। जिसमें सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद के पास 18 केस थे और उन्हीं केस में परिवादी को जबरन आरोपी बनाने की धमकी देकर उससे 1 करोड़ 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई। डॉट कॉम डॉट कॉम डॉट दबाव बनाकर सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद ने दलाल शांतिलाल के मार्फत 90 लाख रुपए की रिश्वत पूर्व में ही ले ली और शेष 60 लाख रुपए की रिश्वत देने का दबाव बनाने लगा। जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे ही रिश्वत की राशि को भी बढ़ा दिया गया और फिर 75 लाख रुपए की रिश्वत राशि की मांग की गई। जिस पर परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई और शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी टीम ने की कार्रवाई को अंजाम देते हुए दलाल शांतिलाल को 75 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। इस पूरे प्रकरण में फरार चल रही सीबीआई इंस्पेक्टर प्रकाश चंद की तलाश जारी है। प्रकाश चंद दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर है जो कि डेपुटेशन पर सीबीआई में कार्यरत हैं। बाइट- आलोक त्रिपाठी, डीजी एसीबी


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