जयपुर. राजधानी की शिप्रापथ थाना पुलिस ने एक होटल कारोबारी का अपहरण कर 2 करोड़ की फिरौती मांग 50 लाख रुपए लेने वाले 4 बदमाशों को बापर्दा गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से फिरौती की 24 लाख रुपए की रकम भी बरामद की है.
इस पूरे मामले में एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से दो देशी कट्टा और कारतूस बरामद किए हैं. पकड़े गए बदमाशों में एक आरोपी पहले व्यापारी के यहां काम कर चुका है. डीसीपी साउथ योगेश गोयल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मुनेश कुमार मीणा और नितेश मीणा मण्डावरी लालसोट दौसा, महेश शर्मा जवाहर नगर कच्ची बस्ती टीला नम्बर 7 और सुमन मीणा उर्फ सुमन्त लूनियावास खोह नागोरियान के रहने वाले हैं.
यह था मामला: गत 10 जनवरी को मानसरोवर निवासी होटल कारोबारी अजय मंगल का पुलिस की वर्दी में आए बदमाशों ने घर से होटल जाते वक्त रास्ते में अपहरण कर लिया और 5 घंटे तक गन प्वाइंट पर लेकर घुमाते रहे. बदमाशों ने पीड़ित कारोबारी के मोबाइल से ही उसके घर वालों को फोन कर 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी. इस पर पीड़ित कारोबारी के परिजनों ने 50 लाख रुपए की व्यवस्था कर बदमाशों को दिए तब जाकर बदमाश पीड़ित कारोबारी को मुहाना क्षेत्र में छोड़ शेष डेढ़ करोड़ रुपए की जल्द व्यवस्था करने और व्यवस्था नहीं करने पर जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए.
ऐसे पकड़ में आए बदमाश: पुलिस ने शनिवार शाम कार्रवाई करते हुए मुनेश, नितेश, महेश और सुमन्त को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सुमन मीणा के पिता पंखीलाल व चाचा लक्खीराम परिवादी अजय मंगल के यहां चालक और चौकीदारी का काम करते थे. दोनों ने 15 साल तक पीड़ित कारोबारी के यहां काम किया फिर उनके मन में लालच आ गया और अजय मंगल के खिलाफ पंखीलाल की पत्नी ने छेड़छाड़ का मुकदमा मुहाना थाने में दर्ज करवा दिया. इसके बाद बड़ी रकम लेकर राजीनामा कर लिया. फिर इसके बाद इन लोगों ने पीड़ित कारोबारी के यहां पांच साल पहले काम करना छोड़ दिया.
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बदमाशों ने इस तरह बनाया प्लान: होटल कारोबारी अजय मंगल की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की जानकारी बदमाशों को पहले से थी और बदमाशों को यह भी पता था कि पीड़ित कारोबारी से आसानी से बड़ी रकम हड़पी जा सकती है. इस पर बदमाशों ने अजय मंगल को लूटने का प्लान बनाया. प्लान के मुताबिक गैंग में शामिल नितेश मीणा जो पहले सीतापुरा में गार्ड की नौकरी करता था, उसने पुलिस की वर्दी की व्यवस्था की. गैंग में शामिल अन्य बदमाश मुनेश और महेश को साथ लेकर अजय मंगल के घर से होटल जाने के रूट की रैकी कर अपहरण कर गाड़ी में बिठा लिया. आरोपियों ने पहचान छिपाने के लिए अपनी कार में फर्जी नम्बर प्लेट लगाई, इसके वाद वारदात को अंजाम दिया.