जयपुर. लोकसभा चुनाव में मिली असफलता के बाद राहुल गांधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. लेकिन पार्टी ने अब तक उसे स्वीकार नहीं किया. हालांकि अपने नेता के इस्तीफा के बाद कई प्रदेशों के कांग्रेस अध्यक्ष और बड़े नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफे की पेशकश कर डाली. लेकिन, राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट द्वारा ऐसा नहीं किया गया. यहीं कारण है कि भाजपा नेता अब इस पर भी चुटकी ले रहे हैं.
भाजपा वासुदेव देवनानी ने कसा तंज
पूर्व शिक्षा मंत्री और मौजूदा भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि जब गहलोत और पायलट अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की ही नहीं सुनते तो फिर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह प्रदेश की जनता की बात आखिर कैसे सुनेंगे.
भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने दिया ये बयान
वहीं भाजपा विधायक रामलाल शर्मा के अनुसार प्रदेश कांग्रेस के दो धड़ों में बटी हुई है और अब वो एक दूसरे की कुर्सी के पीछे पड़े जिससे प्रदेश का विकास ठप पड़ा है. रामलाल शर्मा के अनुसार लोकसभा चुनाव में जनता ने ही कांग्रेस को नकार दिया तो नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ को भी अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
लोकसभा चुनाव राजस्थान में कांग्रेस की हालत खस्ता हो गई और 25 में से 1 सीट भी प्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस नहीं जीत पाई. यहीं कारण है कि प्रदेश की गहलोत सरकार संकट में है और इसी संकट पर चुटकी लेने में लगे हैं भाजपा नेता.