जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अब 6 महीने से भी कम का वक्त बचा है. कांग्रेस और बीजेपी सहित सभी पार्टियां चुनावी समर उत्तर चुकी है. बीजेपी ने भी पीएम मोदी की अजमेर सभा के बाद चुनावी शंखनाद कर दिया है. इसके साथ ही बीजेपी पूरी तरह से एक्टिव मोड में आ गई है. एक तरफ भ्रष्टाचार समेत अन्य मुद्दों को लेकर प्रदेश के नेता गहलोत सरकार को सड़कों पर घेरने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
राजस्थान पर केंद्रीय नेतृत्व की नजरः वहीं केंद्रीय नेताओं ने प्रदेश पर नजरें जमा दी है. एक के बाद एक बड़े नेताओं के दौरे बन रहे हैं. इस माह के अंत में बीजेपी के तीन बड़े नेता राजस्थान दौरे पर आ रहे हैं. जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह,मंत्री अमित शाह का दौरा तय हुआ है. जबकि अगले महीने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी का दौरा तय हो सकता है. 28 से जून से 30 तक नड्डा भरतपुर में तो राजनाथ सिंह जोधपुर में वहीं शाह उदयपुर में सभाओं के जरिये पार्टी को मजबूत करेंगे.
राजनाथ सिंह 28 जून को जोधपुर मेंः केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की 28 जून को जोधपुर जिले के बालेसर में एक बड़ी सभा होगी. केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी हर मंडल, जिला और लोकसभा स्तर पर कार्यक्रम कर रही है. इसी कड़ी में राजनाथ सिंह का दौरा तय हुआ है. राजनाथ सिंह के इस दौरे के जरिये बीजेपी के जोधपुर जिले को मजबूत करने की कोशिश करेंगे. इसके साथ राजपूत बाहुल्य माने जाने वाले मारवाड़ पर भी बीजेपी इसका असर मानकर चल रही है.
मारवाड़ में भाजपा की स्थिति ज्यादा मजबूत नहींः मारवाड़ के सियासी समीकरण देखें तो बीजेपी कोई ज्यादा मजबूत स्थिति में नहीं है. मारवाड़ यानी जोधपुर संभाग में 6 जिले है. जिसमे जैसलमेर, बाड़मेर, पाली, जालौर, सिरोही और जोधपुर जिले की कुल 33 सीटें हैं. मारवाड़ वैसे तो कांग्रेस का गढ़ रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इसी संभाग के जोधपुर जिले से आते हैं. हालांकि 2013 में बीजेपी ने इस मिथक को तोडा था, लेकिन 2018 के चुनाव में फिर कांग्रेस मजबूत हुई. इस बार कांग्रेस को 16 सीटें, बीजेपी को 14, 1 आरएलपी और 2 अन्य के खाते में गईं थीं.
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29 जून को ब्रज में जेपी नड्डाः केंद्रीय नेताओं के राजस्थान आने के क्रम में 29 जून को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भरतपुर आकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे. अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा पहली बार भरतपुर में आ रहे हैं. हालांकि कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री यहां पर बैठक कर चुके हैं. चुनावी लिहाज से देखें तो प्रदेश के 7 संभाग में सबसे कमजोर बीजेपी के लिए भरतपुर संभाग है. ऐसे में पार्टी का भरतपुर संभाग पर है फोकस है.
भरतपुर संभाग में केवल एक सीट जीत पाई थी भाजपाः पिछले चुनाव में 19 सीटों में से केवल एक धौलपुर सीट पर भाजपा जीत पाई थी. हालांकि धौलपुर विधायक शोभारानी ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके बाद से उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था. भरतपुर संभाग में चार जिले आते हैं. भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर है. संभाग में बीजेपी के विधायक नहीं होने से पार्टी कमजोर मानी जा रही है. नड्डा बीजेपी के भरतपुर जिला कार्यालय का करेंगे उद्घाटन. इसके साथ ही आम जनता को जनसभा के जरिये संबोधित करेंगे. आगामी विधानसभा चुनाव में जीत का मंत्र भी देंगे.
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30 जून को मेवाड़ में अमित शाहः केंद्रीय मंत्री के दौरे की अगली कड़ी में 30 जून को गृहमंत्री अमित शाह उदयपुर आ रहे हैं. इस दौरे में उदयपुर शहर के गांधी ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करेंगे. मेवाड़ यानी उदयपुर संभाग जिसमें 6 जिले शामिल हैं. बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, राजसमंद, उदयपुर और प्रतापगढ़ में कुल 28 विधानसभा सीटें हैं. जिनमे 2018 के चुनाव में कांग्रेस के पास 10 सीटें, बीजेपी के पास 15 और 3 अन्य के पास है. वैसे मेवाड़ के लिए कहा जाता है कि मेवाड़ में जिस पार्टी ने जीत हासिल कर ली, सत्ता उसी की होती है.
पिछली बार टूट गया था मेवाड़ का मिथकः पिछले चुनाव में जरूर ये मिथक टूट गया था, क्योंकि यहां पिछले चुनाव में बीजेपी बढ़त में थी. फिर भी कांग्रेस ने अपनी सरकार बना ली. मेवाड़ बीजेपी के लिए कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि पीएम नरेंद्र मोदी खुद दो बार यहां दौरे कर चुके हैं. पहले आदिवासियों के आस्था का केंद्र मानगढ़ धाम ने सभा हुई तो फिर राजसमंद जिले में श्री नाथ की नगरी नाथद्वारा में सभा हुई. अब अमित शाह कार्यकर्ताओं और नेताओं में जान फूंकने आ रहे हैं.
जुलाई में पीएम नरेंद्र मोदीः बताया जा रहा है कि इन तीनों बड़े नेताओं के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जल्द ही पश्चिमी राजस्थान का दौरा बन सकता है. इस बार पीएम मोदी जोधपुर आ सकते हैं. मोदी केंद्र सरकार के विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे. हालांकि अभी पीएम मोदी के दौरे को लेकर किस तरह की अधिकारिक घोषणा नहीं हुई, लेकिन हाल ही में बीजेपी मुख्यालय पर हुई बैठक में मोदी की संभावित दौरे को लेकर चर्चा की गई.