जयपुर. बीजेपी महिला मोर्चा की ओर से जयपुर में थाली नाद प्रदर्शन किया गया. महिला कार्यकर्ताएं मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर प्रदर्शन करने जा रही थीं, लेकिन चौराहे पर तैनात पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक लिया. इस दौरान पुलिस और महिला कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. प्रदर्शन के दौरान महिला मोर्चा की एक नेत्री ने सिविल ड्रेस में तैनात एक पुलिस कर्मी को चांटे जड़ दिए. महिला कार्यकर्ता का आरोप था कि कांस्टेबल ने उनके साथ अभ्रदता की.
ये हुई घटनाः दरअसल, महिला मोर्चा का सिविल लाइन विधायक और मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के सरकारी आवास पर थाली नाद प्रदर्शन का कार्यक्रम था, लेकिन पुलिस ने महिला कार्यकर्ताओं को हवा सड़क के पास ही बेरिकेड्स लगाकर रोक दिया. पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए. पुलिस के लगे बैरिकेड्स की वजह से महिला मोर्चा की कार्यकर्ता वहीं पर प्रदर्शन करने लगीं.
महिला कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश की, जिसके चलते पुलिस और महिला कार्यकर्ताओं में हल्की धक्का-मुक्की हो गई. इसी दौरान अचानक एक महिला कार्यकर्ता रजनी पांडे ने एक सिविल ड्रेस में तैनात पुलिस कांस्टेबल के चांटे मारना शुरू कर दिया. रजनी का आरोप था कि उसने उनके साथ अभद्रता की, हालांकि माहौल की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों ने कांस्टेबल को तत्काल वहां से हटा दिया.
ये रहीं मौजूदः 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान के तहत भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रक्षा भंडारी के नेतृत्व में महिला मोर्चा की ओर से थाली नाद विरोध प्रदर्शन में महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री सरिता गैना, प्रदेश उपाध्यक्ष जयश्री गर्ग शामिल रहीं. इसी प्रकार प्रदेश मंत्री दीपा नाथावत, महिला मोर्चा जयपुर जिला अध्यक्ष अनुराधा माहेश्वरी, जिला महामंत्री अमरावती शर्मा, पिंकी अजमेरा, पार्षद रेखा राठौड़ आदि मौजूद रहीं. मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रक्षा भंडारी ने कहा कि प्रदेश की महिला मोर्चा अब सड़कों पर निकल पड़ी हैं.
कांग्रेस सरकार सभी मोर्चों पर विफलः महिला मोर्चा के प्रदर्शन में शामिल हुए पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने गहलोत सरकार को जमकर घेरा. चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है, महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार सभी मोर्चों पर विफल साबित हुई है, इसलिए इस सरकार को आगामी विधान सभा चुनाव में उखाड़ फेंकने के लिए कार्यकर्ता तैयार हो गए हैं. उन्होंने कहा बड़े शर्म की बात है लम्बे समय से एक मां अपने बेटे की तलाश के मामले को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर धरने पर बैठी है. काग्रेस सरकार महिला को न्याय देने की जगह मामले को पिछली सरकार के समय का बताकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है.