जयपुर. बीजेपी की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए चार सूचियां के जरिए 184 उम्मीदवारों के नाम घोषित किया जा चुके हैं, लेकिन इस बार टिकट वितरण में राजपूत समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है. इसको लेकर राजपूत समाज में आक्रोश है. इसी आक्रोश के बीच श्री प्रताप फाउंडेशन ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर शेष नामों में समाज को उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग उठाई है.
ये लिखा पत्र : श्री प्रताप फाउंडेशन संयोजक महावीर सिंह सरवड़ी की ओर से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे गए इस पत्र में कहा गया है कि राजपूत समाज ने भारतीय जनता पार्टी को प्रारंभ से ही अपने परिश्रम से सींचा है. जब आपकी पार्टी को गांवों में पोलिंग एजेंट भी उपलब्ध नहीं होते थे तब राजपूतों ने मजबूती से आपके विपक्षी राजनीतिक लोगों से संघर्ष कर आपकी पार्टी को स्थापित किया, लेकिन विडंबना का विषय है कि आपकी पार्टी लगातार राजपूत समाज की उपेक्षा कर रही है और चुनावों में राजपूतों की टिकटें कम कर अन्य समाजों को अधिक दे रही हैं.
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राजस्थान में 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए अब तक घोषित उम्मीदवारों की सूची की भी यही स्थिति है. अब तक 182 टिकटों की घोषणा हो चुकी है, जिनमें मात्र 22 टिकटें राजपूतों को मिली है जो विगत विधानसभा चुनावों में मिली टिकटों से बहुत कम है.
मतदान में दिख सकती है नाराजगी : पत्र में महावीर सिंह ने आगे लिखा कि अभी 18 सीटों पर उम्मीदवार घोषित होने बाकी हैं, जिनमें से मसूदा, मावली, शाहपुरा, सिविल लाईंस, बाड़ी, राजाखेड़ा, शिव और शेरगढ़ में राजपूत उम्मीदवारों की मजबूत दावेदारी. ऐसे में समाज उम्मीद करता है कि राजपूत समाज की नाराजगी पर संज्ञान लेकर शेष रही सीटों पर राजपूत उम्मीदवारों को टिकट देंगे, नहीं तो समाज की नाराजगी आपकी पार्टी के विरुद्ध मतदान के समय प्रकट हो सकती है. हालांकि, पत्र लिखे जाने के बाद बीजेपी ने दो दिनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिया, जिसमें एक शिव विधानसभा सीट पर राजपूत समाज के प्रतिनिधि को उम्मीदवार बनाया है.