जयपुर. जिला प्रशासन की ओर से तैयारी के हिसाब से दी गयी सूची के हिसाब से 285 प्रवासियों को प्रवेश दिया गया. इनको 9 बसों से उत्तराखंड के लिए रवाना किया गया. बाकी 700 प्रवासियों को सिंधी कैंप बस स्टैंड के बाहर ही बैठाया गया. बाद में प्रशासन ने उन्हें घर भेजने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की. उत्तराखंड सरकार की तरफ से करीब 900 लोगों को 5 बजे सिंधी कैंप पहुंचने का मैसेज भेजा गया. जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर 285 प्रवासियों को भेजने के लिए सूची तैयार की थी इसे लेकर प्रवासियों में असमंजस की स्थिति बनी रही.
25 श्रमिक स्पेशल बसों से एक हजार श्रमिक यूपी भेजे:
संभागीय केसी वर्मा ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों के लिए लगातार चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल बसों के जरिए बुधवार को कानोता स्थित श्रमिक कैंप से 1 हजार प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया गया. बिहार और छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिक भी अपने गृह राज्य के लिए रवाना हुए. उत्तरांचल के लिए केंद्रीय बस अड्डे से प्रवासी श्रमिकों को रवाना किया गया. वर्मा ने बताया कि कानोता स्थित श्रमिक कैंप आ रहे श्रमिकों को लगातार नि:शुल्क साधनों की व्यवस्था कर उनके गृह राज्य में भेजा जा रहा है.
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जिले में किसी भी श्रमिक को पैदल उनके गृह राज्यों में जाने नहीं दिया जा रहा है. जगह-जगह चौकियों और पेट्रोलिंग के जरिए ऐसे श्रमिकों को रोककर बस में बैठाकर श्रमिक कैंपो तक लाया जा रहा है. बुधवार को 25 बसों में उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजा गया. उन्होंने कहा, यहां से 35 प्रवासी श्रमिकों को बस के जरिए छत्तीसगढ़ भेजा जा चुका है. उत्तरांचल के 285 प्रवासियों को भी बुधवार शाम को केंद्रीय बस अड्डे से 9 बसों में उनके गृह राज्य रवाना किया गया है.