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जयपुर: एपीओ होने के बाद सोशल मीडिया पर आई डॉक्टर्स की लड़ाई, एक ने दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप - ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सौम्य पण्डित

जयपुर की चाकसू के राजकीय सेटेलाइट अस्पताल में पिछले गुरूवार को दो डॉक्टरों को एपीओ किया गया था. जिसेक बाद अब दोनों डॉक्टर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है. साथ ही महिला डॉक्टर ने अपनी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड की है. जिसमें वो विभाग के आला अधिकारियों और निदेशक पर सवाल उठा रही है.

जयपुर की खबर, State Satellite Hospital, एपीओ
चाकसू मामले में सामने आई दोनों चिकित्सकों की लड़ाई
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Published : Jan 19, 2020, 8:05 PM IST

चाकसू (जयपुर). राजधानी के चाकसू स्थित राजकीय सेटेलाइट अस्पताल का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. यहां कार्यरत 2 चिकित्सकों को पिछले गुरुवार को एपीओ करने के बाद चिकित्सकों की लड़ाई खुलकर सामने आ रही है. बता दें कि एपीओ हुई महिला चिकित्सक डॉ. संतोष बारवाल ने तो स्वयं ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर अपने ही विभाग के आला अधिकारियों और निदेशक को भी इस मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया है. जो कि क्षेत्र और सोशल मीडिया पर बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है.

चाकसू मामले में सामने आई दोनों चिकित्सकों की लड़ाई

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वीडियो में अस्पताल में करीब 3 महीने पहले आई महिला चिकित्सक डॉ. संतोष बारवाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है कि मुझे अस्पताल का प्रभारी बनाने से पहले यहां लपका गिरोह सक्रिय था, जो कि मरीजों से पर्चियां लेकर दवा, जांचे और सोनोग्राफी कराते थे और उसके एवज में कमीशन खोरी का खेल फल फूल रहा था. उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद मुझे अस्पताल इंचार्ज पद से हटा दिया गया. महिला चिकित्सक संतोष बारवाल ने एक डॉक्टर पर तो तबादले की एवज में अन्य चिकित्सकों से रुपए लेकर दलाली करने के भी आरोप लगाए. महिला चिकित्सक ने वीडियो में कहा कि मुझसे भी ₹2 लाख रुपए मांगे गए. जिसके पुख्ता सबूत विभाग के मंत्री और निदेशक को भी दिए. डॉ.

संतोष बारवाल की मानें तो उन्होंने विभाग के आलाधिकारियों से लेकर अन्य जिम्मेदार लोगों तक पहले चाकसू सेटेलाइट अस्पताल में चल रही लपका गिरोह के बारे में जानकारी दी. जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद संबंधित चिकित्सकों की ओर से मरीजों को अस्पताल से बाहर की दवा, जांचे और सोनोग्राफी के नाम पर जमकर की जा रही लूट की यहां सारी अव्यवस्थाओं के बारे में बताया है. उनका कहना है कि सम्बंधित डॉक्टरों के खिलाफ उनके पास और भी कई पुख्ता अहम सबूत है.

पढ़ें- जयपुर: जैतपुरा की बंजारा बस्ती में चट्टान गिरी, लोगों में मचा हड़कंप

इधर, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सौम्य पंडित ने बताया कि सेटेलाइट अस्पताल में दो चिकित्सकों के बीच के विवाद के बाद उच्चस्तरीय अधिकारियों ने कमेटी बनाकर जांच कर रही है. वहीं, दोनों डॉक्टर्स में चिकित्सक संचोष बारवाल और ऋतुराज मीणा को एपीओ भी किया गया. आगे की जांच भी उच्चस्तरीय मार्गदर्शन में सोमवार को स्पष्ट होने की उम्मीद है. एक डॉक्टर की ओर से सोशल मीडिया में जारी हुए वायरल वीडियो को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया.

चाकसू (जयपुर). राजधानी के चाकसू स्थित राजकीय सेटेलाइट अस्पताल का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. यहां कार्यरत 2 चिकित्सकों को पिछले गुरुवार को एपीओ करने के बाद चिकित्सकों की लड़ाई खुलकर सामने आ रही है. बता दें कि एपीओ हुई महिला चिकित्सक डॉ. संतोष बारवाल ने तो स्वयं ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर अपने ही विभाग के आला अधिकारियों और निदेशक को भी इस मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया है. जो कि क्षेत्र और सोशल मीडिया पर बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है.

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वीडियो में अस्पताल में करीब 3 महीने पहले आई महिला चिकित्सक डॉ. संतोष बारवाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है कि मुझे अस्पताल का प्रभारी बनाने से पहले यहां लपका गिरोह सक्रिय था, जो कि मरीजों से पर्चियां लेकर दवा, जांचे और सोनोग्राफी कराते थे और उसके एवज में कमीशन खोरी का खेल फल फूल रहा था. उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद मुझे अस्पताल इंचार्ज पद से हटा दिया गया. महिला चिकित्सक संतोष बारवाल ने एक डॉक्टर पर तो तबादले की एवज में अन्य चिकित्सकों से रुपए लेकर दलाली करने के भी आरोप लगाए. महिला चिकित्सक ने वीडियो में कहा कि मुझसे भी ₹2 लाख रुपए मांगे गए. जिसके पुख्ता सबूत विभाग के मंत्री और निदेशक को भी दिए. डॉ.

संतोष बारवाल की मानें तो उन्होंने विभाग के आलाधिकारियों से लेकर अन्य जिम्मेदार लोगों तक पहले चाकसू सेटेलाइट अस्पताल में चल रही लपका गिरोह के बारे में जानकारी दी. जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद संबंधित चिकित्सकों की ओर से मरीजों को अस्पताल से बाहर की दवा, जांचे और सोनोग्राफी के नाम पर जमकर की जा रही लूट की यहां सारी अव्यवस्थाओं के बारे में बताया है. उनका कहना है कि सम्बंधित डॉक्टरों के खिलाफ उनके पास और भी कई पुख्ता अहम सबूत है.

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इधर, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सौम्य पंडित ने बताया कि सेटेलाइट अस्पताल में दो चिकित्सकों के बीच के विवाद के बाद उच्चस्तरीय अधिकारियों ने कमेटी बनाकर जांच कर रही है. वहीं, दोनों डॉक्टर्स में चिकित्सक संचोष बारवाल और ऋतुराज मीणा को एपीओ भी किया गया. आगे की जांच भी उच्चस्तरीय मार्गदर्शन में सोमवार को स्पष्ट होने की उम्मीद है. एक डॉक्टर की ओर से सोशल मीडिया में जारी हुए वायरल वीडियो को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया.

Intro:एपीओ महिला चिकित्सक ने वीडियो जारी कर व्यवस्था पर उठाए सवाल, कहा-मुझ से भी मांगे ₹ 2 लाख
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चाकसू (जयपुर). राजधानी के चाकसू स्थिति राजकीय सेटेलाइट अस्पताल का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। यहाँ कार्यरत 2 चिकित्सकों को गत गुरुवार को एपीओ करने के बाद चिकित्सकों की लड़ाई खुलकर सामने आ गई। Body:बता दें कि एपीओ हुई महिला चिकित्सक डॉ. सन्तोष बारवाल ने तो स्वयं ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर अपने ही विभाग के आला अधिकारियों व निदेशक को भी इस मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया है। जोकि क्षेत्र एवं सोशल मीडिया पर बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है। वीडियो में अस्पताल में करीब 3 माह पूर्व आई महिला चिकित्सक डॉ. संतोष बारवाल ने अपनी ओर से जारी किए गए वीडियो में गंभीर आरोप लगाए हैं कि मुझे अस्पताल का प्रभारी बनाने से पहले यहाँ लपका गिरोह सक्रिय था, जोकि मरीजों से पर्चियां लेकर दवा व जांचे और सोनोग्राफी कराने के ऐवज में कमीशन खोरी का खेल फलफूल रहा था, सबंधित डॉक्टरों द्वारा निजी सेंटरों पर ले जाया करते थे। जिस पर मैंने अंकुश लगाने की कोशिश की तो मुझ पर कुछ लोगों ने हमला किया। जिसकी मैंने थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई। इसके बाद मुझे अस्पताल इंचार्ज पद से हटा दिया गया। महिला चिकित्सक सन्तोष बारवाल ने एक डॉक्टर पर तो तबादले की एवज में अन्य चिकित्सकों से रुपए लेकर दलाली करने के भी आरोप लगाए। महिला चिकित्सक ने विडियो में कहा है कि मुझ से भी ₹2 लाख रुपए मांगे गए, जिसके पुख्ता सबूत विभाग के मंत्री व निदेशक को भी सुनाया दिए। इसके बावजूद डॉ० ऋतुराज मीणा को सिर्फ एपीओ ही किया गया और मुझे बेवजह एपीओ कर दिया गया। डॉ. संतोष बारवाल की माने तो उन्होंने विभाग के आलाधिकारियों से लेकर अन्य जिम्मेदार लोगों तक पहले चाकसू सेटेलाइट अस्पताल में चल रही लपका गिरोह के बारे में जानकारी दी जिसपर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद सम्बंधित चिकित्सकों द्वारा मरीजों को अस्पताल से बाहर की दवा व जांचे और सोनोग्राफी के नाम पर जमकर की जा रही लूट की यहां सारी अव्यवस्थाओं के बारे में बताया है। उनका कहना है कि सम्बंधित डॉक्टरों के खिलाफ उनके पास और भी कई पुख्ता अहम सबूत है। मेरी 20 साल की नोकरी में मैने ऐसे डॉक्टर नही देखे जो सरकारी सेवा में रहते हुए जरूरतमंद ग्रामीण मरीजों को उनका चिकित्सा अधिकार नहीं देते। मेरा रिकॉर्ड बता सकता है कि मैं जिम्मेदारी को लेकर कितनी गंभीर हूँ। Conclusion:इधर, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सौम्य पण्डित ने बताया कि सेटेलाइट अस्पताल में दो चिकित्सको के बीच के विवाद के बाद उच्चस्तरीय अधिकारियों ने कमेटी बनाकर जांच कर रही है, वहीं दोनो डॉक्टर्स में चिकित्सक सन्तोष बारवाल व ऋतुराज मीणा को एपीओ भी किया गया। आगे की जांच भी उच्चस्तरीय मार्गदर्शन में सोमवार को स्पष्ठ होने की उम्मीद है। एक डॉक्टर द्वारा सोशल मीडिया में जारी हुए वायरल वीडियो को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया दिया गया।

बाईट-01: डॉ. सौम्य पण्डित, BCMHO चाकसू।

बाईट-02: डॉ. सन्तोष बारवाल, APO चिकित्सक।

-ईटीवी भारत के लिए चाकसू से मुकेश के सिर्रा की रिपोर्ट।
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