चाकसू (जयपुर). राजधानी के चाकसू स्थित राजकीय सेटेलाइट अस्पताल का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. यहां कार्यरत 2 चिकित्सकों को पिछले गुरुवार को एपीओ करने के बाद चिकित्सकों की लड़ाई खुलकर सामने आ रही है. बता दें कि एपीओ हुई महिला चिकित्सक डॉ. संतोष बारवाल ने तो स्वयं ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर अपने ही विभाग के आला अधिकारियों और निदेशक को भी इस मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया है. जो कि क्षेत्र और सोशल मीडिया पर बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है.
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वीडियो में अस्पताल में करीब 3 महीने पहले आई महिला चिकित्सक डॉ. संतोष बारवाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है कि मुझे अस्पताल का प्रभारी बनाने से पहले यहां लपका गिरोह सक्रिय था, जो कि मरीजों से पर्चियां लेकर दवा, जांचे और सोनोग्राफी कराते थे और उसके एवज में कमीशन खोरी का खेल फल फूल रहा था. उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद मुझे अस्पताल इंचार्ज पद से हटा दिया गया. महिला चिकित्सक संतोष बारवाल ने एक डॉक्टर पर तो तबादले की एवज में अन्य चिकित्सकों से रुपए लेकर दलाली करने के भी आरोप लगाए. महिला चिकित्सक ने वीडियो में कहा कि मुझसे भी ₹2 लाख रुपए मांगे गए. जिसके पुख्ता सबूत विभाग के मंत्री और निदेशक को भी दिए. डॉ.
संतोष बारवाल की मानें तो उन्होंने विभाग के आलाधिकारियों से लेकर अन्य जिम्मेदार लोगों तक पहले चाकसू सेटेलाइट अस्पताल में चल रही लपका गिरोह के बारे में जानकारी दी. जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद संबंधित चिकित्सकों की ओर से मरीजों को अस्पताल से बाहर की दवा, जांचे और सोनोग्राफी के नाम पर जमकर की जा रही लूट की यहां सारी अव्यवस्थाओं के बारे में बताया है. उनका कहना है कि सम्बंधित डॉक्टरों के खिलाफ उनके पास और भी कई पुख्ता अहम सबूत है.
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इधर, ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सौम्य पंडित ने बताया कि सेटेलाइट अस्पताल में दो चिकित्सकों के बीच के विवाद के बाद उच्चस्तरीय अधिकारियों ने कमेटी बनाकर जांच कर रही है. वहीं, दोनों डॉक्टर्स में चिकित्सक संचोष बारवाल और ऋतुराज मीणा को एपीओ भी किया गया. आगे की जांच भी उच्चस्तरीय मार्गदर्शन में सोमवार को स्पष्ट होने की उम्मीद है. एक डॉक्टर की ओर से सोशल मीडिया में जारी हुए वायरल वीडियो को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया.