जयपुर. राजधानी के जू के हेरिटेज बर्ड सेक्शन में चेन्नई से 2 मादा शुतुरमुर्ग लाई गई है. पिछले सवा साल से जयपुर जू में एक अकेला नर शुतुरमुर्ग बाहुबली अकेला जिदंगी गुजार रहा था. जिसपर वन विभाग ने आला अधिकारियों से परमिशन लेकर 7 दिन के दिन के बाद चेन्नई से दो मादा शुतुरमुर्ग रविवार जयपुर जू लाई गई है.
वहीं जयपुर जू की मेडिकल टीम केयर टेकर टीम और प्रशासनिक टीम ने मिलकर शुतुरमुर्ग का स्वागत किया. वन विभाग इन दोनों मादा शुतुरमुर्ग के जरिए जयपुर जू में शुतुरमुर्ग प्रजनन कराएंगे. 21 दिन बाद दोनों मादा शुतुरमुर्ग को अलग-अलग रखा जाएगा. उसके बाद चेन्नई से लाई गई मादा शुतुरमुर्ग अवंतिका और देवसेना टू को बाहुबली से मिलाया जाएगा. डीएफओ सुदर्शन शर्मा ने बताया कि चेन्नई से दो मादा शुतुरमुर्ग जयपुर चिड़ियाघर में लाई गई है.
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सुदर्शन शर्मा ने बताया कि दोनों मादाओं में एक की उम्र साढे़ 6 साल और दूसरी की साढे़ 4 साल है. 1 साल पहले जयपुर जू में शुतुरमुर्ग बाहुबली के साथ लाई गई मादा फीमेल शुतुरमुर्ग देवसेना की मौत हो गई थी जिसके बाद बाहुबली अकेला पड़ गया था.
चेन्नई से लाई गई मादा शुतुरमुर्ग का नाम अवंतिका और देवसेना है. अब जयपुर जू में बाहुबली, देवसेना और अवंतिका तीन शुतुरमुर्ग हो गए. वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि, चेन्नई से 2400 किलोमीटर का सफर तय करते हुए शुतुरमुर्ग को जयपुर लाना काफी चुनौतीपूर्ण रहा.
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शुतुरमुर्ग को लाने के लिए एक बड़े ट्रक में प्राकृतिक वातावरण दिया गया वहीं पूरे रास्ते शुतुरमुर्ग का विशेष देखभाल की गई. बता दें कि शुतुरमुर्ग अफ्रीका का वन्यजीव है. उन्होंने बताया कि शुतुरमुर्ग दुनिया के उड़ान रहित पक्षियों में सबसे बड़ा पक्षी माना जाता है और शुतुरमुर्ग का अंडा 1 किलो 25 ग्राम का होता है. शुतुरमुर्ग खूबसूरत वन्यजीवों में से एक माना जाता है. अब जयपुर जू में शुतुरमुर्ग आने से पर्यटकों के आकर्षण केंद्र बना रहेगा.