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जयपुर: सूखे कुएं में गिरा नील गाय का बच्चा, किया गया रेस्क्यू

जयपुर के पावटा पंचायत समिति क्षेत्र के पांचूडाला ग्राम पंचायत के सूखे कुएं में गिर गए नील गाय के बच्चे को ग्रामीणों की सतर्कता से रेस्क्यू कर बचाया जा सका. वहीं, राजधानी में हुई इस घटना को लेकर वन विभाग की लापरवाही एक बार फिर साफ तौर से दिखी है. वन विभाग को क्षेत्र में खुले कुआं को चिन्हित कर सुरक्षात्मक उपाय करना चाहिए था.

कुएं में रेस्क्यू, नील गाय का बच्चा, Viratnagar Jaipur News
जयपुर में एक कुएं में गिरे नील गाय के बच्चे को किया गया रेस्क्यू
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Published : Sep 12, 2020, 1:46 PM IST

Updated : Sep 12, 2020, 1:52 PM IST

विराटनगर (जयपुर). राजधानी के पावटा पंचायत समिति क्षेत्र के पांचूडाला ग्राम पंचायत के सूखे कुएं में एक नील गाय का बच्चा गिर गया. ग्रामीणों ने जानवर के बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनी तो मौके पर पहुंचे. घटना की सूचना एलएसए गोविंद भारद्वाज को दी गई.

पढ़ें: भीलवाड़ा: टेंट के बर्तन धोते वक्त नाड़ी में डूबने से 2 युवकों की मौत

सूचना मिलते ही एलएसए गोविंद भारद्वाज मौके पर पहुंचे और नील गाय के बच्चे को रेस्क्यू किया. उन्होंने कुएं में नीचे उतरकर नील गाय के घायल बच्चे का उपचार किया. उनके अलावा मौके पर डॉ. गौरीशंकर शर्मा, जीव प्रेमी मोहित शर्मा, किशोर सिंह हेमपाल, हप्पी, दिव्या शर्मा, वनकर्मी यादराम जाखड़ और रमेश सहित स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे. एलएसए गोविंद भारद्वाज के साथ कुछ स्थानीय युवा भी कुएं में नीचे उतरे थे. उन्होंने नील गाय के बच्चे का उपचार करवाया और उसके बाद उसे सुकुशल बाहर निकालकर नील गाय के पास छोड़ा.

जयपुर में एक कुएं में गिरे नील गाय के बच्चे को किया गया रेस्क्यू

पढ़ें: कोरोना के चलते सरिस्का में रुकी बाघ को शिफ्ट करने की प्रकिया

एलएसए गोविंद भारद्वाज भारद्वाज ने बताया कि कुएं मे गिरने से नील गाय के बच्चे मुंह में घाव हो गया था और रक्त बह रहा था. उपचार के बाद नील गाय का बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार है. वहीं, डॉ.गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि एलएसए गोविंद भारद्वाज के हाथ में फ्रैक्चर है. इसके बावजूद उन्होंने कुएं में उतरकर नील गाय के बच्चे का उपचार किया. उनकी ये भावना 'नर सेवा-नारायण सेवा' के वाक्य को चरितार्थ करती है.

वहीं, राजधानी में हुई इस घटना को लेकर वन विभाग की लापरवाही एक बार फिर साफ तौर से दिखी है. वन विभाग को क्षेत्र में खुले कुएं को चिन्हित कर सुरक्षात्मक उपाय करने चाहिए थे.

विराटनगर (जयपुर). राजधानी के पावटा पंचायत समिति क्षेत्र के पांचूडाला ग्राम पंचायत के सूखे कुएं में एक नील गाय का बच्चा गिर गया. ग्रामीणों ने जानवर के बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनी तो मौके पर पहुंचे. घटना की सूचना एलएसए गोविंद भारद्वाज को दी गई.

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सूचना मिलते ही एलएसए गोविंद भारद्वाज मौके पर पहुंचे और नील गाय के बच्चे को रेस्क्यू किया. उन्होंने कुएं में नीचे उतरकर नील गाय के घायल बच्चे का उपचार किया. उनके अलावा मौके पर डॉ. गौरीशंकर शर्मा, जीव प्रेमी मोहित शर्मा, किशोर सिंह हेमपाल, हप्पी, दिव्या शर्मा, वनकर्मी यादराम जाखड़ और रमेश सहित स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे. एलएसए गोविंद भारद्वाज के साथ कुछ स्थानीय युवा भी कुएं में नीचे उतरे थे. उन्होंने नील गाय के बच्चे का उपचार करवाया और उसके बाद उसे सुकुशल बाहर निकालकर नील गाय के पास छोड़ा.

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एलएसए गोविंद भारद्वाज भारद्वाज ने बताया कि कुएं मे गिरने से नील गाय के बच्चे मुंह में घाव हो गया था और रक्त बह रहा था. उपचार के बाद नील गाय का बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार है. वहीं, डॉ.गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि एलएसए गोविंद भारद्वाज के हाथ में फ्रैक्चर है. इसके बावजूद उन्होंने कुएं में उतरकर नील गाय के बच्चे का उपचार किया. उनकी ये भावना 'नर सेवा-नारायण सेवा' के वाक्य को चरितार्थ करती है.

वहीं, राजधानी में हुई इस घटना को लेकर वन विभाग की लापरवाही एक बार फिर साफ तौर से दिखी है. वन विभाग को क्षेत्र में खुले कुएं को चिन्हित कर सुरक्षात्मक उपाय करने चाहिए थे.

Last Updated : Sep 12, 2020, 1:52 PM IST
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