जयपुर. राजधानी जयपुर में सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा और आश्रयहीन गोवंश को हिंगोनिया गौशाला लेकर जा रहे जयपुर ग्रेटर नगर निगम के कर्मचारियों को आगरा रोड पर रोककर मारपीट की गई. गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई. करीब दो घंटे तक मारपीट के बाद जब अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उनसे भी हाथापाई की गई. इस संबंध में जयपुर ग्रेटर नगर निगम के कर्मचारी की रिपोर्ट पर खोह नागोरियान थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
खोह नागोरियान थानाधिकारी मनोहर लाल के अनुसार, जयपुर ग्रेटर नगर निगम की पशु प्रबंधन शाखा में तैनात सफाई कर्मचारी मुकेश कुमार की रिपोर्ट पर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. उसने रिपोर्ट में बताया कि जयपुर ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र से आश्रयहीन और बेसहारा गोवंश को पकड़कर हिंगोनिया गौशाला भेजा जा रहा है. वह 5 जून को रात करीब 9ः30 बजे सिरसी रोड, झोटवाड़ा से गोवंश को पकड़कर आगरा रोड होते हुए हिंगोनिया गौशाला ले जाया जा रहा था.
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इस दौरान चालक सुनील और महेंद्र सैनी भी उसके साथ थे. आगरा रोड पर राजवीर सिंह, शशिकांत और 40-50 अन्य लोगों ने गाड़ी को रोककर गायों के बारे में पूछताछ की. निगम का परिचय पत्र और अनुमति के दस्तावेज दिखाए और गायों को हिंगोनिया गौशाला ले जाने की बात कही, तो उन्होंने दस्तावेज फाड़ दिए और गालीगलौच करने लगे. इसका विरोध करने पर उन्होंने मारपीट की और गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी.
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निगम अधिकारी से भी की मारपीटः मुकेश ने रिपोर्ट में बताया कि इस घटना की जानकारी उसने उच्चाधिकारियों को दी, तो डॉ. हरेंद्र ने पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल किया और खुद भी मौके पर पहुंचे. आरोपियों ने उनके साथ भी हाथापाई और मारपीट की और गाड़ी में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया. उसने आरोपियों पर राजकार्य में बाधा पहुंचाने और धार्मिक उन्माद फैलाने का भी आरोप लगाया है. थानाधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर आज मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. मुकदमे की जांच एसआई रामकृष्ण को सौंपी गई है.