जयपुर. भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज कार्यसमिति की बैठक (BJP Working Committee meeting) होगी. इस बैठक में पीएम मोदी और जेपी नड्डा के कार्यक्रमों की तैयारियों के साथ-साथ पार्टी के पुराने रूठे हुए नेताओं की वापसी पर भी निर्णय की संभावना है. बैठक में भाग लेने के लिए जयपुर पहुंचे (Arun Singh Jaipur Tour) अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में बिना अस्तित्व की सरकार चल रही है क्योंकि विधायकों और मंत्रियों के इस्तीफे हो चुके हैं.
बिना अस्तित्व की सरकार- प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि हमारी सड़कों पर आंदोलन की तैयारी चल रही है. आज राजस्थान में गहलोत सरकार है, लेकिन सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. मंत्रियों और विधायकों के इस्तीफे स्पीकर के पास हैं और वे अपना नैतिक बहुमत खो चुके हैं. इसके साथ-साथ कई नेताओं को कांग्रेस आलाकमान की ओर से नोटिस भी दिया गया है. इस तरह से टुकड़ों में बैठी कांग्रेस की सरकार से जनता पूरी तरह से त्रस्त है. अब राजस्थान की जनता को कांग्रेस से राहत मिलने वाली नहीं है. जनता पूरी तरीके से ऊब चुकी है.
गहलोत सरकार की तुष्टीकरण का नतीजा- अरुण सिंह ने कहा कि राज्य में जिस प्रकार साम्प्रदायिक उन्माद फैल रहा है और उन्मादियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही, इससे स्पष्ट है कि गहलोत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में 'सर तन से जुदा' जैसे नारे लग रहे हैं. इससे पहले भी सांप्रदायिक घटनाओं का होना इसी तरफ इशारा कर रहा है कि इन लोगों को सरकार का संरक्षण है. जिस तरह से करौली, भीलवाड़ा, जोधपुर और उदयपुर की घटना हुई और इन घटनाओं में जांच से लेकर जिस तरह से तुष्टीकरण हुआ, उसके चलते उन्माद फैलाने की मानसिकता वाले लोगों को और प्रोत्साहन मिला है. जनता सब देख रही है. अगले चुनाव में हिसाब बराबर करेगी.
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कार्यसमिति की बैठक- भाजपा प्रदेश पदाधिकारी और प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आज 11 बजे पार्टी मुख्यालय पर आयोजित होगी. बैठक में पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की तैयारियों पर मंथन होगा. खास तौर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कोटा में बूथ सम्मेलन की तैयारियों के साथ ही आगामी दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरों की तैयारियों को लेकर बैठक में चर्चा होगी. बैठक में प्रदेश की कांग्रेस सरकार में चल रही खींचतान और 19 अक्टूबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नतीजा के बाद पैदा होने वाली तमाम स्थितियों को लेकर भाजपा रणनीति तैयार होगी. इसके साथ ही संगठन से जुड़े मुद्दों पर कार्य समिति के प्रमुख नेताओं की बैठक अरुण सिंह के साथ होगी.
अपनों की वापसी- भाजपा 2023 में होने वाले चुनाव मैं सत्ता वापसी को लेकर रणनीति तैयार कर रही है. भाजपा केंद्रीय नेतृत्व हर परिस्थिति में राजस्थान में सरकार बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है. यही वजह है कि अब पार्टी उन नेताओं की भी वापसी की तैयारी में है जो पिछले चुनाव में किन्हीं कारणों से पार्टी से अलग हो गए थे. आज होने वाली बैठक में कुछ नेताओं की भाजपा में वापसी को लेकर भी पार्टी नेताओं में विचार विमर्श कर आपसी सहमति बनाने का प्रयास कर सकती है.
ऐसा माना जा रहा है कि बीकानेर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी, सीकर में पूर्व मंत्री सुभाष महरिया और बाड़मेर में पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह को पार्टी में लाने का प्रयास पूर्व सीएम वसुंधरा राजे कर रही हैं. हालांकि, सांसद और केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन लाल मेघवाल देवी सिंह भाटी का और बाड़मेर-जैसलमेर केंद्रीय किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी मानवेंद्र सिंह का विरोध कर रहे हैं.
सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति- बैठक में आगामी दिनों के पार्टी के कार्यक्रम और रणनीति पर चर्चा की जाएगी. प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ चलाए जाने वाले आंदोलनों का रोडमैप भी इस बैठक में तैयार होगा. बजट घोषणा क्रियान्वयन और सरकार की योजनाओं में खामियों को लेकर किस तरह से बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाए इसको लेकर रणनीति तैयार होगी.
ये रहेगा कार्यक्रम- प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह 11 और 12 अक्टूबर को दो दिवसीय दौरे पर जयपुर आ रहे हैं. आज वे प्रदेश भाजपा पदाधिकारियों की बैठक लेंगे. इसके बाद प्रदेश कार्यसमिति की बैठक रखी गई है. 12 अक्टूबर को सुबह 11 बजे भाजपा विधि प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का अरुण सिंह उद्घाटन करेंगे. उद्बोधन के बाद दोपहर 1 बजे एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.