जयपुर. स्कूबा डाइविंग एडवेंचर (scuba diving adventure) का नाम सुनते ही लोगों के जहन में पानी और समुद्री तट याद आते हैं. इसके लिए जयपुर के लोगों को समुद्री तट वाले राज्यों में जाना पड़ता है. लेकिन अब जयपुर शहर के अचरोल कस्बे में ही एडवेंचर ट्रेनिंग (Adventure Training in Achrol of Jaipur) के जरिए स्कूबा डाइविंग, अंडरवाटर मैडिटेशन और स्नॉर्कलिंग की ट्रेनिंग फ्री ली जा सकती है. अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्कूबा डाइवर, माउंटेनियर और भारत की पहली महिला बेस जंपर अर्चना सरदाना अपने पति राजीव सरदाना के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को निःशुल्क स्कूबा डाइविंग की ट्रेनिंग दे (free scuba diving training) रही हैं.
अर्चना सरदाना का कहना है कि स्विमिंग पूल में ट्रेनिंग के जरिए वे बच्चों में गहरे पानी का डर दूर कर पानी से लगाव बढ़ाना चाहती है. भारत में मौजूद सिर्फ 4 लाइसेंसशुदा महिला स्कूबा डाइवर्स में से एक अर्चना सरदाना बताती हैं कि अरावली रेंज में जन्मे लोग पहाड़ चढ़ने से नहीं डरते, मगर रेगिस्तानी प्रदेश होने के चलते पानी से जुड़े अनुभव और एडवेंचर स्पोर्ट्स (Preparation for water adventure sports) से काफी दूर रह जाते हैं. ऐसे में छोटी उम्र से ही अगर बच्चों को तैरने की ट्रेनिंग दी जाए तो वो आगे चलकर नेवी की ओर अपना रुख कर सकते हैं.
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उन्होंने आगे बताया कि हम स्विमिंग पूल के डायरेक्टर प्रेम बिश्नोई और उनकी पूरी टीम की मदद से स्कूबा डाइविंग के एडवेंचर स्पोर्ट को जयपुर तक लाए हैं. अर्चना ने बताया कि 8 साल से बड़े लोग इस एडवेंचर स्पोर्ट में भाग ले सकते हैं. उनकी मानें तो राजस्थान के ज्यादातर लोग आर्मी में जाते हैं, लेकिन अगर बच्चों को सही तरीके से ट्रेनिंग दी जाए तो वो नेवी में भी अपना भविष्य (Children can make career in Navy) बना सकते हैं.
इधर, प्रेम बिश्नोई ने बताया कि स्कूबा डाइविंग के लिए लोग भारत में गोवा, अंडमान और दमन या अन्य देशों में जाते हैं. हर साल कई राजस्थानी भी स्पोर्ट्स के लिए बाहर का रुख करते हैं. मगर स्कूबा डाइविंग से पहले होने वाली ट्रेनिंग के बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं. ऐसे में पहली बार जयपुर के लोगों के लिए यह ट्रेनिंग कोर्स निःशुल्क शुरू की गई है.