जयपुर. मंगलवार को राजधानी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पर अलवर के पार्षदों ने धरना दिया. नगर परिषद के करीब 19 पार्षद सुबह पीसीसी मुख्यालय पर पहुंचे और प्रदर्शन कर धरना दिया. इन पार्षदों ने सभापति पर कार्यवाही की मांग भी की.
पीसीसी पर आये पार्षदों के मुताबिक अलवर में कार्यकारी सभापति घनश्याम गुर्जर भारतीय जनता पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. पार्षदों ने सभापति पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के भी आरोप लगाए और कहा कि डेढ़ साल से उपसभापति ही इस कुर्सी पर काबिज हैं. इन पार्षदों ने धरना देने के बाद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिलकर इस्तीफा देने की पेशकश भी की.
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इनका आरोप था कि नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल की शह पर अलवर में उपसभापति ही सभापति बनकर बैठे हैं. इनका कहना था कि हम कांग्रेसी हैं और अपने पार्टी प्रमुख से मिल बात रखना चाहते हैं. ये सभी पार्षद मंत्री धारीवाल की कार्यप्रणाली से नाराजगी जताकर इस्तीफे की पेशकश करने पहुंचे थे. इसके बाद ये सभी पार्षद मुख्यालय पर मौजूद संगठन महासचिव ललित तूनवाल से मिले और अपनी बात बताई.
बोले कांग्रेस की छवि हो रही है खराबः अलवर से आये पार्षदों का आरोप था कि भाजपा की विचारधारा वाले सभापति के कुर्सी पर बैठने के कारण उनके काम नहीं हो रहे हैं. ऐसे में जनता के बीच कांग्रेस की छवि बिगड़ रही है. इससे पहले भी सभापति के रवैये को लेकर कांग्रेसी पार्षद कई बार अलवर नगर परिषद में उनके चैम्बर के बाद धरना दे चुके हैं. इन पार्षदों ने पीसीसी के बाहर बैठकर अलवर की जनता त्रस्त, सरकार मस्त और अंधेर नगरी जैसे नारे भी लगाए.