14 सितंबर हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है. हिन्दी हमारी मातृभाषा है. ऐसे में हिन्दी दिवस के अवसर पर ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से वर्णमाला पढ़कर सुनाने को कहा. लोगों से जैसे ही हिन्दी की वर्णमाला पूछी गई पहले तो वो थोड़ा सकपकाए. बाद में क,ख, ग से शुरूआत हुई...उन्होंने तुरंत कहा- अरे हां फिर अ, आ, इ, ई... से शुरुआत करके बीच के अक्षरों को खाकर अंततः ज्ञ तक पहुंच ही गए... वर्णमाला याद न होने के भी ढेरों तर्क इन लोगों के पास हैं.
क, ख, ग, पर बोले यूपी वाले गाय हमारी माता है, हमको कुछ नहीं आता है
14 सितंबर हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है. हिन्दी हमारी मातृभाषा है. ऐसे में हिन्दी दिवस के अवसर पर ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से वर्णमाला पढ़कर सुनाने को कहा.
14 सितंबर हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है. हिन्दी हमारी मातृभाषा है. ऐसे में हिन्दी दिवस के अवसर पर ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से वर्णमाला पढ़कर सुनाने को कहा. लोगों से जैसे ही हिन्दी की वर्णमाला पूछी गई पहले तो वो थोड़ा सकपकाए. बाद में क,ख, ग से शुरूआत हुई...उन्होंने तुरंत कहा- अरे हां फिर अ, आ, इ, ई... से शुरुआत करके बीच के अक्षरों को खाकर अंततः ज्ञ तक पहुंच ही गए... वर्णमाला याद न होने के भी ढेरों तर्क इन लोगों के पास हैं.
for kakhara
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