जयपुर. कांग्रेस राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने अपना इस्तीफा दे दिया है. माकन का इस्तीफा पब्लिक डोमेन में आने के बाद इस पर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है. बीजेपी ने माकन की इस्तीफे को लेकर कांग्रेस को निशाने पर लिया है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जिस तरह से निराश-हताश होकर अजय माकन ने अपना इस्तीफा दिया है, उसके बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पूरी तरीके से बिखर चुकी है. अब कोई कांग्रेस को जोड़ना भी चाहे तो नहीं जोड़ सकता.
बिखराव को नहीं जोड़ सकता : गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अजय माकन ने वही बात कही जो उनके मन में थी. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन, ये दोनों नेता ही थे जो यहां पर राजस्थान में नाटक देख कर गए थे और उन्होंने अपनी रिपोर्ट पार्टी के उच्च नेताओं को दी थी. कटारिया ने कहा कि इन दोनों नेताओं ने ही उस वक्त कहा था कि 2 दिन में परिणाम आ जाएगा.
उनका जो इशारा था, उसका मतलब था कि मुख्यमंत्री को हटना ही था, लेकिन मुख्यमंत्री का हटना तो दूर जिन तीन मंत्रियों ने जिस तरह से नाटक किए उनके खिलाफ कार्रवाई तक नहीं हुई. कटारिया ने कहा कि अब इसका नतीजा ये रहा कि हर विधायक और मंत्री विरोध में खड़ा हो गया. उन्होंने कहा कि अब ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस पार्टी (Gulab Chand Kataria Targets Congress) पूरी तरह बिखर चुकी है. प्रभारी का त्यागपत्र देना और उसको जारी कर देना, यह बताता है कि पार्टी बिखर गई है. कोई लाख कोशिश कर ले, तब भी अब इस बिखरी हुई कांग्रेस को कोई जोड़ नहीं सकता.
कांग्रेस में ये चला घटनाक्रम : बता दें कि राजस्थान के प्रभारी और एआईसीसी के महासचिव अजय माकन ने अपने पद से (Ajay Maken Left Rajasthan In Charge Post) यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया है कि जब आलाकमान के निर्देश की अवहेलना के मामले में जिम्मेदार नेताओं के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, तो नैतिक आधार पर उन्हें इस पद पर रहने का अधिकार नहीं है. उनके इस फैसले को दबाव की राजनीति के रूप में भी देखा जा रहा है.
पढ़ें : अजय माकन ने छोड़ा राजस्थान प्रभारी का पद
माकन ने अपना यह इस्तीफा ऐसे समय दिया है, जब पार्टी राजस्थान के मामले पर लगभग शांत बैठ गई थी, साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी अपने कामकाज में पहले जैसे जुट गए थे. लेकिन अचानक हुए माकन के इस्तीफे के बाद राजस्थान में एक बार फिर (Rajasthan Political Crisis) सियासत शुरू हो गई है. अब पायलट गुट भी इस इस्तीफे के बाद मुखर हो गया है.
देवनानी बोले- राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान अपना वजूद खो चुका है : भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. राजस्थान में नेतृत्व के मामले में आलाकमान अपना वजूद खो चुका है. यहां के प्रभारी को अपना इस्तीफा देना पड़ा, क्योंकि जिन लोगों के खिलाफ अनुशासनहीनता की रिपोर्ट उन्होंने दी उस पर कार्रवाई नहीं हुई. इतना ही नहीं, ऐसे लोगों को 'भारत जोड़ो यात्रा' की जिम्मेदारी दे दी जाती है. यह बताता है कि कांग्रेस किस दौर से गुजर रही है. मुख्यमंत्री आलाकमान से बगावत कर चुके हैं, उनके मंत्री उनसे बगावत कर चुके हैं, मंत्रियों की अधिकारी नहीं सुन रहे हैं. यह बहुत बुरी स्थिति है.