चौमूं (जयपुर). चौमूं थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने एटीएम बदलकर ठगी की वारदात करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह से जुड़े 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि डीसीपी कावेन्द्र सागर के निर्देश पर चौमूं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह का पर्दाफाश किया है.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 32 एटीएम कार्ड और एक कार बरामद की है. थानाधिकारी हेमराज सिंह ने बताया कि आरोपी पहले एटीएम बूथ पर खड़े होते और वहां आने वाले उपभोक्ताओं की रेकी करते और भोले-भाले उपभोक्ताओं को अपना निशाना बनाते थे.
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बाद में उनका एटीएम बदलकर रफूचक्कर हो जाते और दूसरे एटीएम पर जाकर रकम निकाल लेते थे. जब उपभोक्ता के मोबाइल में रुपए डेबिट होने का मैसेज आता था, तब उपभोक्ता को जानकारी लगती कि उनका एटीएम बदला जा चुका है. वहीं इसी तरह का मामला चौमूं पुलिस थाने में उपभोक्ता भगीरथ जाट ने दर्ज कराया था.
HDFC के ATM पर वह रुपये लेने गया था. वहां तीन युवक पहले से खड़े थे. लेकिन रुपये नहीं निकले तो उन लड़कों की मदद ली. उसी समय तीनों युवक रुपये नहीं निकलने का हवाला देकर ATM बदलकर फरार हो गए. जिस पर थानाधिकारी ने एक टीम का गठन किया और इस टीम ने शुक्रवार को थाना मोड इलाके पर HDFC बैंक के एटीएम पर फिर से रेकी कर रहे, तीन लोगों को मौके से पकड़ लिया.
पुलिस ने बताया कि आरोपी सुनील मीणा, राहुल मीणा और अर्जुन लाल जाट को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों ने दो दर्जन से ज्यादा वारदात करना कबूल किया है. चौमूं के अलावा रेनवाल, कालाडेरा हरमाड़ा, गोविंदगढ़ और रींगस इलाके में भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पकड़े गए तीनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी है.
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पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी मौज मस्ती और शौक पूरे करने के लिए ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. बताया यह भी जा रहा है कि तीनों युवक पढ़े लिखे हैं, लेकिन शौक के चलते इस तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गए. पकड़े गए तीनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी है. वहीं पूछताछ में अन्य कई ठगी की वारदातों का खुलासा होने की भी संभावना है.