जयपुर. राजस्थान में केंद्रीय वित्त आयोग का चार दिवसीय दौरा सोमवार को पूरा हो गया. वहीं दौरे के अंतिम दिन आयोग ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके कैबिनेट मंत्रियों के साथ में बैठक की. जहां बैठक में आयोग ने प्रदेश के बढ़ते राजकोष काटे को लेकर चिंता जताई साथ ही आयोग ने कहा कि शिक्षा, पानी, पर्यटन राजकोषीय घाटा सरकार के सामने बड़ी चुनौती है.
हालांकि, वित्त आयोग के अध्यक्ष एन के सिंह ने राज्य की कांग्रेस सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए सरकार के दिय गए प्रस्तावों पर सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया. आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह ने राजस्थान में पर्यटन की संभावनाओं को लेकर चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि पर्यटन संभावना को लेकर ठोस प्रयास नही हुए जिसकी वजह से एक अंश में प्राप्त नहीं हुआ है और यह एक विडंबना है. राजस्थान बड़ा राज्य है इसके बावजूद ज्यादातर शहरों में एयर कनेक्टिविटी नहीं है. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत ने भी पर्यटन और सौर ऊर्जा को लेकर आयोग के सामने प्रस्ताव रखें है. प्रदेश में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए भी स्पेशल पैकेज की मांग पर आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह ने कहा कि अब तक 29 में से आयोग ने 26 राज्यों का दौरा कर लिया है.
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अध्यक्ष एनके सिंह ने कहा कि प्रदेश में पानी की कमी पर रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में सिर्फ 13 पानी के ब्लॉक ही बचे हैं जैसा प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने बताया है. साथ ही एनके सिंह ने कहा कि राजस्थान में वाटर वेस्टिंग की पुरानी परंपरा है ऐसे में बारिश के पानी को रिचार्ज करने की सख्त जरूरत है. आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्रियों और अधिकारियों के साथ में जो चर्चा हुई है और सरकार ने जो प्रस्ताव दिए है उस पर आयोग सकारात्मक तरीके से विचार करेगा. साथ ही आयोग ने साफ कह दिया कि प्रदेश के साथ अन्याय नहीं होने देंगे.