जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार सरकारी वाहनों में डलने वाले पेट्रोल-डीजल की उधारी नहीं चुका रही है. पेट्रोल पंपों के लगभग 400 करोड़ की राशि बकाया है. जिसके चलते पेट्रोलियम एसोसिएशन ने अब सरकारी वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरने से मना कर दिया है. 5 मई के बाद इन गाड़ियों में पेट्रोल-डीजल नहीं डालेंगे. इस पर आम आदमी पार्टी ने गहलोत सरकार को घेरते हुए वैट कम करने की मांग की है.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने कहा कि आखिर सरकारी महकमों के वाहनों को दिए गए पेट्रोल-डीजल की बकाया राशि का भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है? साथ ही पालीवाल ने सवाल उठाया कि गहलोत सरकार देश में सबसे ज्यादा पेट्रोल-डीजल वैट ले रही है, जिसकी वजह से आम व्यक्ति को पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल डलवाने जाना पड़ रहा है. पालीवाल ने प्रदेश में पेट्रोल-डीजल के वैट को कम करने की मांग की है.
महंगे पेट्रोल-डीजल के बीच कैम्प में राहत कैसे? आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने कहा कि एक और प्रदेश की गहलोत सरकार महंगाई राहत कैंप लगाकर आम जनता को राहत देने की बात करती है. वहीं दूसरी ओर सरकार पेट्रोल पंपों के बकाया भुगतान नहीं चुका रही है. जिसकी वजह से 5 मई के बाद अब प्रदेश के किसी भी सरकारी वाहन में पंप से पेट्रोल-डीजल नहीं डालेंगे. उन्होंने कहा कि जब सरकार की गाड़ियों में तेल नहीं होगा, तो फिर वह कैसे चलेगी और कैसे आम जनता को राहत देगी.
नवीन पालीवाल ने कहा कि यह समझ से परे है कि सरकार किस तरह से अपने आर्थिक तंत्र को चला रही है. इसलिए सरकार और पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के बीच की इस लड़ाई में आमजन पिस रहा है. उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि जब सरकार व्यापारियों पर अपना टैक्स नहीं छोड़ती, तो व्यापारियों के पैसे का भुगतान समय पर क्यों नहीं किया जा रहा? आखिर सरकार व्यापारियों के साथ दोहरा मापदंड क्यों अपना रही है?
पड़ोसी राज्यों में जाने को मजबूरः नवीन पालीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग करते हुए कहा कि राजस्थान में भी डीजल-पेट्रोल पर पंजाब की तर्ज पर वैट कम करके जनता को राहत दें. पालीवाल ने कहा राजस्थान में तो यह हालात है कि हरियाणा बॉर्डर के लोग पेट्रोल-डीजल लेने हरियाणा जाते हैं. अपने राज्य में पेट्रोल-डीजल उपलब्ध होने के बावजूद अगर जनता को दूसरे राज्य में पेट्रोल-डीजल लेने जाना पड़े, तो ये बड़े दुर्भाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार का ना तो आर्थिक तंत्र सही चल रहा है और ना ही राजतंत्र. आम जनता भ्रष्टाचार, अपराध, बेरोजगारी से तंग है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस-बीजेपी से प्रदेश की जनता अब परेशान हो चुकी है. अब आम आदमी पार्टी लोगों के सामने विकल्प है.
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5 करोड़ का कर्ज कैसे? प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार कर्ज लेती जा रही है, जिससे आज राजस्थान पर करीब 5 लाख करोड़ का कर्ज हो गया है. सरकार आखिर इस पैसे का इस्तेमाल कहां कर रही है. इसका जवाब भी प्रदेश सरकार को देना चाहिए और ये सिर्फ कांग्रेस की सरकार में ही नहीं बल्कि बीजेपी के शासन में भी ऐसा ही होता रहा है. दोनों ही दल मिलकर प्रदेश को लूट रहे हैं, क्योंकि बीजेपी आज विपक्ष का दायित्व क्यों नहीं निभा रही है, इससे साफ जाहिर है कि दोनों ही दल आपस में मिले हुए हैं.
बीजेपी-कांग्रेस से जनता त्रस्त, ’आप’ है विकल्प-अहलावतः आम आदमी पार्टी के राजस्थान सह प्रभारी और दिल्ली में सुलतानपुर माजरा विधायक मुकेश अहलावत ने बुधवार को पुष्कर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी राजस्थान की जनता को तीसरा विकल्प देने की तैयारी कर रही है. आगामी 3 माह में पार्टी की रणनीति है कि जन-जन तक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के दिल्ली मॉडल को घर-घर तक पहुंचाना है.
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उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस से जनता दुखी हो चुकी है. जनता के पास मजबूत और कोई विकल्प नहीं रहा है. इस कारण एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी जीतती आई है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का पूरा फोकस राजस्थान पर है. पार्टी के पदाधिकारियों को संगठन की मजबूती के लिए राजस्थान में लगाया गया है. केजरीवाल की योजनाओं से राजस्थान में प्रचार-प्रसार किया जाएगा.