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जयपुर: भैंस चोरी की साजिश रचने वाले 4 चोरों सहित 3 सहयोगी गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस

जयपुर की शिवदासपुरा पुलिस ने भैंस चोरी करने की साजिश रचते हुए 4 चोरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लोडिंग गाड़ी, मोटरसाइकिल और चोरी के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण बरामद किए हैं. फिलहाल, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

भैंस चोरी करने वाले आरोपी गिरफ्तार, Buffalo theft accused arrested
भैंस चोर गिरफ्तार
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Published : Feb 5, 2020, 6:54 AM IST

जयपुर. राजधानी की शिवदासपुरा थाना पुलिस ने भैंस चोरी की साजिश बनाते हुए चार चोरों को उनके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक लोडिंग गाड़ी, तीन मोटरसाइकिल, चोरी के उपकरण बरामद किए हैं.

भैंस चोरी करने वाले आरोपी गिरफ्तार

जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी बड़े ही शातिराना तरीके से भैंस चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. भैंस चोर दिन में भैंस खरीदने वाले व्यापारियों के रूप में गांव-गांव घूमते रहते और रेकी कर लेते.

पढ़ें- डूंगरपुर: 2 महीने से फरार बजरी माफिया दिग्विजय सिंह गिरफ्तार

जिसके बाद वो सिलेक्ट की हुई भैंस को रात में एक लोडिंग वाहन और दो-तीन मोटरसाइकिल पर चोरी में प्रयोग करने के लिए सामान लेकर जाते और भैंस चोरी कर लेते. जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर शहर के बाहरी क्षेत्र में भैंस चोरी या पशु चोरी की बढ़ती वारदातों को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता को विशेष ध्यान देकर भैंस चोरी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए और सभी पुलिस उपायुक्तों को वारदातों के खुलासे के लिए निर्देश दिए गए थे.

एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में डीसीपी साउथ योगेश दाधीच और एडीसीपी अवनीश कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीम ने इलाके के लोगों से संपर्क बनाए रखा और संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी रखी. इस दौरान इलाके में प्रहलादपुरा रिंग रोड से भैंस चोरी की साजिश रचते हुए चार भैंस चोर और उनके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें- महिला IAS अधिकारी ने दर्ज कराया कांग्रेस नेता के खिलाफ दो थानों में मुकदमा

पुलिस ने भैंस चोरी के मामले में शिवदासपुरा निवासी नैनू राम, प्रहलाद, गिर्राज बागरिया, गिर्राज उर्फ रिंकू के साथ उनके सहयोगी हिम्मत, ग्यारसीलाल और रोशन को गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने शिवदासपुरा की कुल 9 जगहों से अभी तक 15 भैंस चोरी करना स्वीकार किया है. जिन को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में इनके एक नाबालिक साथी बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है.

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि भैंस की कोई विशेष पहचान नहीं होती है. ऐसे में हटवाड़े में भी चोरी की भैंस की पहचान किया जाना आसान नहीं होता. हटवाड़े में भैंस खरीदने वाले या बेचने वाले का पूरा नाम पता और संपर्क सूत्र नहीं होने की वजह से उस तक पहुंच पाना लगभग असंभव काम है. यह भैंस चोर भैंसों को सलोटर हाउस वालों को बेच देते हैं.

शिवदासपुरा थाना पुलिस की स्पेशल टीम ने लगभग 120 संदिग्ध व्यक्तियों से वारदात के खुलासे के लिए पूछताछ कर भैंस चोरी में संदिग्ध लोगों की जानकारी भी प्राप्त की है. फिलहाल शिवदासपुरा थाना पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

जयपुर. राजधानी की शिवदासपुरा थाना पुलिस ने भैंस चोरी की साजिश बनाते हुए चार चोरों को उनके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक लोडिंग गाड़ी, तीन मोटरसाइकिल, चोरी के उपकरण बरामद किए हैं.

भैंस चोरी करने वाले आरोपी गिरफ्तार

जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी बड़े ही शातिराना तरीके से भैंस चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. भैंस चोर दिन में भैंस खरीदने वाले व्यापारियों के रूप में गांव-गांव घूमते रहते और रेकी कर लेते.

पढ़ें- डूंगरपुर: 2 महीने से फरार बजरी माफिया दिग्विजय सिंह गिरफ्तार

जिसके बाद वो सिलेक्ट की हुई भैंस को रात में एक लोडिंग वाहन और दो-तीन मोटरसाइकिल पर चोरी में प्रयोग करने के लिए सामान लेकर जाते और भैंस चोरी कर लेते. जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर शहर के बाहरी क्षेत्र में भैंस चोरी या पशु चोरी की बढ़ती वारदातों को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता को विशेष ध्यान देकर भैंस चोरी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए और सभी पुलिस उपायुक्तों को वारदातों के खुलासे के लिए निर्देश दिए गए थे.

एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में डीसीपी साउथ योगेश दाधीच और एडीसीपी अवनीश कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीम ने इलाके के लोगों से संपर्क बनाए रखा और संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी रखी. इस दौरान इलाके में प्रहलादपुरा रिंग रोड से भैंस चोरी की साजिश रचते हुए चार भैंस चोर और उनके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें- महिला IAS अधिकारी ने दर्ज कराया कांग्रेस नेता के खिलाफ दो थानों में मुकदमा

पुलिस ने भैंस चोरी के मामले में शिवदासपुरा निवासी नैनू राम, प्रहलाद, गिर्राज बागरिया, गिर्राज उर्फ रिंकू के साथ उनके सहयोगी हिम्मत, ग्यारसीलाल और रोशन को गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने शिवदासपुरा की कुल 9 जगहों से अभी तक 15 भैंस चोरी करना स्वीकार किया है. जिन को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में इनके एक नाबालिक साथी बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है.

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि भैंस की कोई विशेष पहचान नहीं होती है. ऐसे में हटवाड़े में भी चोरी की भैंस की पहचान किया जाना आसान नहीं होता. हटवाड़े में भैंस खरीदने वाले या बेचने वाले का पूरा नाम पता और संपर्क सूत्र नहीं होने की वजह से उस तक पहुंच पाना लगभग असंभव काम है. यह भैंस चोर भैंसों को सलोटर हाउस वालों को बेच देते हैं.

शिवदासपुरा थाना पुलिस की स्पेशल टीम ने लगभग 120 संदिग्ध व्यक्तियों से वारदात के खुलासे के लिए पूछताछ कर भैंस चोरी में संदिग्ध लोगों की जानकारी भी प्राप्त की है. फिलहाल शिवदासपुरा थाना पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर की शिवदासपुरा थाना पुलिस ने भैस चोरी की योजना बनाते चार भैस चोरो को उनके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक लोडिंग गाड़ी तीन मोटरसाइकिल चोरी के उपकरण, डंडा और ताला तोड़ने का सामान भी बरामद किया है।


Body:जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी बड़े ही शातिर आना तरीके से भैंस चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। भैंस चोर दिन में भैंस- पाड़ा खरीदने वाले व्यापारियों के रूप में गांव-गांव घूमते रहते हैं। और घूमकर रैकी कर लेते हैं। भैसों को देखने के बहाने उनमें से भैंस सेलेक्ट कर लेते हैं, कि कौन सी भैंस चोरी करनी है। और रात्रि में यह सब लोग भैंस को चोरी कर ले जाने के लिए एक बड़े लोडिंग वाहन, दो -तीन मोटरसाइकिल पर तारबंदी काटने, दीवार तोड़ने, गेट- चद्दर काटने, ताला तोड़ने के उपकरण लेकर आते हैं, और भैंस चोरी कर लेते हैं। थोड़ी दूर पर जाकर उसको लोडिंग वाहन में बैठा लेते हैं।
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर शहर के आउटर एरियाज में भैंस चोरी या पशु चोरी की बढ़ती वारदातों की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता को विशेष ध्यान देकर भैंस चोरी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए और सभी पुलिस उपायुक्तों को वारदातों के खुलासे के लिए निर्देश दिए गए थे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में डीसीपी साउथ योगेश दाधीच और एडीसीपी अवनीश कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया। पुलिस की स्पेशल टीम ने इलाके के लोगों से संपर्क बनाए रखा और संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी रखी। इस दौरान इलाके में प्रहलादपुरा रिंग रोड से भैंस चोरी की योजना बनाते हुए चार भैंस चोर और उनके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की गई। पुलिस ने भैंस चोरी के मामले में शिवदासपुरा निवासी नैनू राम, प्रहलाद, गिर्राज बागरिया, गिर्राज उर्फ रिंकू के साथ उनके सहयोगी हिम्मत, ग्यारसीलाल और रोशन को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने शिवदासपुरा की कुल 9 जगहों से अभी तक 15 भैंस चोरी करना स्वीकार किया है। जिन को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में इनके एक नाबालिक साथी बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है। यह बाल अपचारी दिन में मासूम सा चेहरा लेकर इलाके में घूमता फिरता और भैंसों की रेकी कर लेता। यहां तक कि विश्वास जमाने के लिए उनके घर पर ही खाना भी खा लेता। इसको छोटा बच्चा समझकर कोई इस पर संदेह भी नहीं करता और आसानी से घर में प्रवेश भी दे देता था।

पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि भैंस चोरी करने वाले आरोपी दिन में एक-दो भैंस खरीद कर रखते थे। और जब रात्रि में भैंस चोरी किया जाना तय हो जाता, तब सूर्यास्त के बाद जाकर उसके घर से वह भैंस ले आते और उसकी आड़ में चोरी की भैंसों को लेकर मूवमेंट करते। अगर कोई कहीं गांव वाला या पुलिस वाला इनको रोकता- टोकता तो यह उस व्यक्ति से बात करवा देते कि अमुक व्यक्ति से यह भैंस खरीद कर लाया है। ऐसी स्थिति में भैंस बेचने वाला सही व्यक्ति होने के कारण और उससे बात करवाने के कारण लोग इनको जाने देते।





Conclusion:पुलिस कमिश्नर ने बताया कि भैंस की कोई विशेष पहचान नहीं होती है। ऐसे में हटवाड़े में भी चोरी की भैंस की पहचान किया जाना आसान नहीं होता। हटवाड़े में भैंस खरीदने वाले का या बेचने वाले का पूरा नाम पता और संपर्क सूत्र नहीं होने की वजह से उस तक पहुंच पाना लगभग असंभव काम है। यह भैंस चोर भैंसों को सलोटर हाउस वालों को बेच देते हैं। चोरी की कुछ भैंस अलीगढ़, उत्तर प्रदेश हटवाड़े में ले जाकर बेच दी गई है। जहां तक पुलिस की पहुंच अपराधियों के पकड़े जाने से पहले मुश्किल थी। शिवदासपुरा थाना पुलिस की स्पेशल टीम ने लगभग 120 संदिग्ध व्यक्तियों से वारदात के खुलासे के लिए पूछताछ कर भैंस चोरी में संदिग्ध लोगों की जानकारी भी प्राप्त की है। फिलहाल शिवदासपुरा थाना पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

पीटीसी- उमेश सैनी


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