जयपुर. राजस्थान साइबर ठगी का गढ़ बनता जा रहा है. प्रदेश में साइबर ठगों के इस गढ़ को ध्वस्त करने के लिए राजस्थान पुलिस एक अनूठी पहल करने जा रही है. राजस्थान पुलिस की ओर से पहली बार साइबर हैकाथॉन 1.0 का आयोजन 17-18 दिसंबर को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में किया जा रहा है. इसमें 1600 युवाओं की करीब 300 टीम भाग ले रही है. इन टीमों को राजस्थान पुलिस की ओर से साइबर अपराध को लेकर 12 बिंदुओं ओर टास्क दिए जाएंगे. इस हैकाथॉन में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने वाले युवाओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा. इस दौरान करीब 20 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे. खास बात यह है कि इस हैकाथॉन से पहले 16 जनवरी की शाम को राजस्थान पुलिस अकादमी में ड्रोन शो का भी आयोजन किया जा रहा है.
राजस्थान का पहला बड़ा ड्रोन शो जयपुर में : डीजी (साइबर क्राइम) रवि प्रकाश मेहरड़ा के अनुसार, हैकाथॉन से पहले 16 जनवरी को शाम 5 से 8 बजे तक राजस्थान पुलिस अकादमी में ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा. खास बात यह है कि जयपुर में होने वाला यह ड्रोन शो काफी बड़े स्तर पर आयोजित होगा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मुख्य आतिथ्य में होने वाले इस आयोजन में विशेषज्ञ विभिन्न तकनीकों से युक्त ड्रोन का परिचय करवाएंगे और उनके कौशल का प्रदर्शन करेंगे.
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300 टीम 36 घंटे तक लगातार काम करेंगी : डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में 17 और 18 जनवरी को होने वाले साइबर हैकाथॉन के लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं, उद्योगों, रिसर्च लैब और स्टार्टअप्स के 1665 प्रतिभागियों ने पंजीयन करवाया है. इन प्रतिभागियों को 300 टीमों में बांटा गया है. यह टीमें साइबर सुरक्षा से जुड़ी 12 समस्याओं का समाधान निकालने के लिए लगातार 36 घंटे तक कम करेंगी.
हैकाथॉन में इन 12 चुनौतियों पर होगा मंथन
- पुलिस का फीडबैक सिस्टम विकसित करना
- पुलिस को एआई और एआर का प्रशिक्षण
- कैमरे में एआई का उपयोग कर अपने आप निर्णय लेने में सक्षम बनाना
- एआई और प्रोग्रामिंग की मदद से एफआईआर में सही धाराएं और अधिनियम लगाना
- फर्जी वेबसाइट्स, विज्ञापन और कस्टमर केयर नंबर की पहचान करना
- निजी स्वामित्व वाले कैमरों की जियो टैगिंग करने की प्रणाली विकसित करना
- फाइनेंशियल फ्रॉड के आंकड़ों का विश्लेषण करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाना
- डीप फेक की मदद से अपराधियों की तलाश
- हेल्पलाइन 1930 को अधिक विकसित करना
- एंटी ड्रोन सिस्टम विकसित करना
- डार्क वेब पर डाटा की मॉनिटरिंग
- क्रिप्टो करेंसी के पैसे का अनुसंधान करने जैसी समस्याओं पर मंथन होगा.