जयपुर. राजधानी के अलग-अलग इलाकों के विभिन्न कारखानों से 132 बालश्रम कर रहे बच्चों को मुक्त करवाया गया है. मुक्त करवाए गए बच्चों से लाख की चूड़ी बनवाने, आरी-तारी का काम करवाने सहित विभिन्न तरह के काम कारखानों में कराए जाते थे. इन बाल श्रमिकों को मानव तस्करी विरोधी यूनिट और जयपुर पुलिस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए मुक्त करवाया गया. मुक्त कराए गए बच्चों को बिहार भेजने से पहले इनका डिजिटल डाटा भी इस बार सरकारी एजेंसियों की ओर से तैयार किया गया है.
इस डिजिटल डाटा को राजस्थान सरकार बिहार सरकार को सौंपा गया है. बच्चों को घर भेजने के बाद दोबारा बाल श्रम के दलदल में बच्चों को ना धकेला जाए इसके लिए ही बच्चों का डिजिटल डाटा तैयार करवाया गया है. इसके साथ ही तमाम बच्चों के बयान भी कराए गए हैं ताकि जिन आरोपियों को बालश्रम कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सके.