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हनुमानगढ़ में नहर टूटने से खेतों में भरा पानी, आक्रोशित किसानों ने की मुआवजे की मांग

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Published : Oct 15, 2019, 3:55 PM IST

Updated : Oct 15, 2019, 4:13 PM IST

हनुमानगढ़ के मक्कासर गांव के पास बीती रात एसटीजी नहर टूट गई जिसके बाद खेतों में पानी भर गया. आक्रोशित किसानों ने विद्युत विभाग पर इल्जाम लगाते हुए मुआवजे की मांग की है.

canal breakdown in Hanumangarh, हनुमानगढ़ में नहर टूटी

हनुमानगढ़. जिले के मक्कासर गांव के पास बीती रात एसटीजी नहर टूटने से कई बीघा कृषि भूमि में पानी भर गया. इससे कईं मकानों में भी दरारें आ गई. नहर टूटने से खेतों में खड़ी चावल और अन्य फसल को भारी नुकसान हुआ है. नहर के टूटने का आरोप किसानों ने विद्युत विभाग पर लगाया है.

नहर टूटने से खेतों में भरा पानी

क्योंकि नहर के पास ही में विद्युत विभाग के पोल लगे हुए हैं. उनको हटाने की कई बार मांग की गई थी लेकिन विभाग अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और उसी की वजह से यह टूट गई. अब किसानों की मांग है कि जो नुकसान हुआ है, उसका सरकार मुआवजा दे. साथ ही विद्युत विभाग पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए.

सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी और विद्युत विभाग के अधिकारी पहुंचे. जिन्होंने जेसीबी मशीन के द्वारा टूटी नहर को ठीक किया. नहर में चल रहे पानी की भी बंद करवाया गया. साथ ही जेसीबी मशीन की मदद से नहर को मजबूत करवाया जा रहा है ताकि आगे नहर न टूटे.

पढ़ें: ये कैसा संकट! पति को मिली भारतीय नागरिकता और पत्नी व बच्चे अब भी पाक विस्थापित

हालांकि नहर टूटने के कुछ देर बाद ही अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और नहर को बंद करवा उसको दुरुस्त करवाने का कार्य शुरू कर दिया था. लेकिन अब किसान मांग कर रहे हैं कि उनका जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई प्रशासन की ओर से की जाए. अन्यथा वे मजबूरी में आंदोलन भी कर सकते हैं.

हनुमानगढ़. जिले के मक्कासर गांव के पास बीती रात एसटीजी नहर टूटने से कई बीघा कृषि भूमि में पानी भर गया. इससे कईं मकानों में भी दरारें आ गई. नहर टूटने से खेतों में खड़ी चावल और अन्य फसल को भारी नुकसान हुआ है. नहर के टूटने का आरोप किसानों ने विद्युत विभाग पर लगाया है.

नहर टूटने से खेतों में भरा पानी

क्योंकि नहर के पास ही में विद्युत विभाग के पोल लगे हुए हैं. उनको हटाने की कई बार मांग की गई थी लेकिन विभाग अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और उसी की वजह से यह टूट गई. अब किसानों की मांग है कि जो नुकसान हुआ है, उसका सरकार मुआवजा दे. साथ ही विद्युत विभाग पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए.

सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी और विद्युत विभाग के अधिकारी पहुंचे. जिन्होंने जेसीबी मशीन के द्वारा टूटी नहर को ठीक किया. नहर में चल रहे पानी की भी बंद करवाया गया. साथ ही जेसीबी मशीन की मदद से नहर को मजबूत करवाया जा रहा है ताकि आगे नहर न टूटे.

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हालांकि नहर टूटने के कुछ देर बाद ही अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और नहर को बंद करवा उसको दुरुस्त करवाने का कार्य शुरू कर दिया था. लेकिन अब किसान मांग कर रहे हैं कि उनका जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई प्रशासन की ओर से की जाए. अन्यथा वे मजबूरी में आंदोलन भी कर सकते हैं.

Intro:हनुमानगढ़ के मक्कासर गांव के पास रात्रि करीब 3:30 बजे एसटीजी नहर टूटने से कई बीघा कृषि भूमि में पानी भर गया इस पानी की वजह से कई मकानों में भी दरारें आ गई

Body:नहर टूटने से खेतों में खड़ी चावल और नरमे की फसल को भारी नुकसान हुआ है नहर के टूटने का आरोप किसानों ने विद्युत विभाग पर लगाया है क्योंकि नहर के पास ही में विद्युत विभाग के पोल लगे हुए हैं उनको हटाने की कई बार मांग की गई थी लेकिन विभाग अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और उसी की वजह से यह टूट गई अब किसानों की मांग है कि जो नुकसान हुआ है उसका सरकार मुआवजा दिया जाए साथ ही विद्युत विभाग पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए

बाईट बलराम गोदारा,नहर अध्यक्ष


सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी व विद्युत विभाग के अधिकारी पहुंचे जिन्होंने जेसीबी मशीन के द्वारा जो नहर टूटी थी उसको सही किया साथ ही नहर में जो पानी चल रहा था उसको बंद करवाया गया साथी जेसीबी मशीन की मदद से नहर को मजबूत करवाया जा रहा है ताकि आगे नहर न टूटे

बाईट जगनलाल बैरवा,JEN,सिंचाई विभाग
Conclusion:हालांकि नहर टूटने के कुछ देर बाद ही अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और नहर को बंद करवा उसको दुरुस्त करवाने का कार्य शुरू कर दिया था लेकिन अब किसान मांग कर रहे हैं कि उनका जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई प्रशासन द्वारा की जाए सरकार द्वारा की जाए नहीं तो मैं मजबूरी में आंदोलन भी कर सकते हैं
Last Updated : Oct 15, 2019, 4:13 PM IST
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