हनुमानगढ़. रिजर्व पुलिस लाइन के पीछे स्थित बाल सुधार एवं सम्प्रेषण गृह से रविवार रात को एक बार फिर नाबालिग अपचार फरार हो गए. इनमें से दो अपचारी मादक पदार्थों की तस्करी में तथा एक अपचारी को दुष्कर्म के मामले में निरुद्ध किया गया था. आए दिन सम्प्रेषण गृह से बाल अपचारिओं के फरार होने के मामले सामने आ रहे हैं. हनुमानगढ़ सम्प्रेषण गृह में सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही की बात सामने आ रही है.
पढे़ं: बेटा नहीं होने से आहत महिला ने 2 मासूम बेटियों के साथ टांके में कूदकर दी जान
सम्प्रेषण गृह से रविवार रात को पेट दर्द का बहना बनाकर बाल अपचारी फरार हो गए. जैसे ही सम्प्रेषण गृह को इसका पता चला उन्होंने अपचारियों की तलाश में कर्मचारी भेजे लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा. सूचना पर जंक्शन पुलिस मौके पर पहुंची तथा मुआयना किया. जानकारी के अनुसार रविवार रात बाल अपचारियों ने फरार होने का प्लान बनाया. एक बाल अपचारी ने पेट दर्द का बहाना बनाया. वह पेट दर्द की शिकायत लेकर ड्यूटी पर तैनात गार्ड के पास पहुंचा और दवा मांगी.
गार्ड उसको जैसे ही दवा देने मुख्य गेट से भीतर कमरे में गया. तीन बाल अपचारी रात करीब ढाई बजे गैलरी से होते हुए गेट पर आए. वहां गार्ड नहीं था. इसका फायदा उठाते हुए तीनों अपचारी सम्प्रेषण गृह के मुख्य गेट को फांदकर भाग गए. गेट की ऊंचाई कम है. हालांकि कुछ ही देर बाद गार्ड को इसका पता लग गया. इसके बाद उनकी तलाश शुरू की गई. मगर उनका कहीं पता नहीं चल सका.
सम्प्रेषण गृह की सुरक्षा सवालों के घेरे में
बाल सम्प्रेषण गृह में सुरक्षा व्यवस्था में कमी नजर आई. वहीं सम्प्रेषण गृह अधीक्षक महावीर थालौड़ से जब हमने पूरे मामले व सुरक्षा व्यवस्था में चूक की बात जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि भागे हुए अपचारियों के मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है. उनके परिजनों से बात करके उनको वापस लाने का काम किया जाएगा. बाल गृह में काउंसलर रश्मि सिहाग ने बच्चों के ऐसे भागने पर चिंता और हैरानी व्यक्त की.
सम्प्रेषण गृह के अधिकारियों ने मामले की पूरी जानकारी पुलिस को दी. वही जंक्शन थानाप्रभारी नरेश गेरा ने कहा कि सम्प्रेषण गृह से बालकों के भागने की सूचना मिली है. संबंधित थानों को भी सूचना दे दी गई है. जल्द ही उनकी तलाश कर ली जायेगी.
फरार हुए तीन अपचारियों में से एक अपचारी दूसरी बार फरार हुआ है. वह गत वर्ष 22 नवम्बर को भी सुधार गृह से भाग गया था. बाद में पुलिस उसे पकड़ कर वापस लाई थी. उसे एनडीपीएस प्रकरण में निरुद्ध किया गया था. बीते वर्ष भी दो अलग घटनाओं में कुल 9 अपचारी भाग गए थे. हालांकि बाद में पुलिस एवं परिजनों की मदद से 8 को पकड़ लिया गया था. इनमें से एक अभी भी फरार है.
भागने वालों पर क्या कार्रवाई होती है
अगर कोई बाल अपचारी सम्प्रेषण गृह से भाग जाता है तो उस पर कोई भी सीधी कानूनी कार्रवाई नहीं होती है. अगर उनको भगाने में किसी की मिलीभगत सामने आती है तो सिर्फ उसी व्यक्ति पर ही कार्रवाई होती है.