हनुमानगढ़. कोहला स्थित टोल नाके पर मंगलवार करीब 15 गांवों के ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि टोल नाके से मात्र 3 किलोमीटर या 5 किलोमीटर की दूरी पर टोल लिया जा रहा है. जिसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि कोहला टोल नाके से करीब 15 गांव ऐसे हैं जिनकी दूरी काफी कम है. कुछ गांव 5 किलोमीटर के दायरे में हैं तो वहीं, कुछ 7 किलोमीटर के दायरे में हैं. ऐसे में उनसे भी टोल लिया जा रहा है. जोकि सरासर गलत है और इस बाबत कई बार ज्ञापन दिए जा चुके हैं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इसके साथ ही ग्रामिणों का कहना था कि पूर्व में भी यहां टोल नाका जब शुरू था तब इन गांवों को नहीं देना पड़ता था.
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लेकिन अब जब से दोबारा टोल शुरू किया गया है तब से इन ग्रामीणों के निजी वाहनों का टोल लिया जा रहा है. इस बाबत प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है मगर सुनवाई नहीं हो रही है. जिससे तंग आकर उन्होंने यहां पर प्रदर्शन किया है. साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर पुलिस प्रशासन भी पहुंच गया. पुलिस ग्रामिणों से समझाइश करने का प्रयास करने लगी लेकिन, ग्रामीणों ने एक न मानी.
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करीब 2 घंटे तक प्रदर्शन के बाद टोल अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की वार्ता हुई. इस बार करीब 12 गांवों को टोल मुक्त करने पर सहमति बनी. इसके साथ ही यह कहा गया कि निजी वाहन चालकों के पास उनका परिचय पत्र अवश्य होना चाहिए. तभी उनका टोल माफ किया जाएगा. वहीं, ग्रामीणों ने कहा है कि जो बाकी बचे हुए 3 गांव है उनका भी टोल माफ किया जाना चाहिए नहीं तो उनका आंदोलन दोबारा से शुरू हो जाएगा.