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लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा पीसी रिमांड पर - Fraud accused on PC remand

हनुमानगढ़ के संगरिया थाना क्षेत्र में लोगों से ठगी कर करोड़ों रुपए हड़पने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश (Accused of fraud arrested in Hanumangarh) किया. कोर्ट ने आरोपी को पीसी रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस के अनुसार आरोपी ने कई लोगों को झांसे में लेकर पैसे हड़पे और फरार हो गया.

Fraud accused on PC remand, victims demand back their hard earned money
लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा पीसी रिमांड पर
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Published : Aug 4, 2022, 5:30 PM IST

हनुमानगढ़. संगरिया थाना क्षेत्र में एक चिटफंड कंपनी के माध्यम से करोड़ों की ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार ​किया गया है. आरोपी को कोर्ट ने पीसी रिमांड पर भेजा (Fraud accused on PC remand) है. ठगी के शिकार हुए कई लोगों ने आरोपी से अपना पैसा दिलवाने की मांग की है.

गिरफ्तारी के बाद ठगी का शिकार हुए लोगो में संगरिया क्षेत्र के जगदीप सिंह घुंकावली, करमजीत सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, पप्पू शर्मा, भूप भरवाना उप सरपंच, निहाल सिंह नुकेरा, नेतराम नागराना, हरजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, बलविंदर सिंह, निर्मल सिंह, राज मिस्त्री, सोनू, बलवीर सिंह, मोहनलाल, बेअंत सिंह शामिल हैं. इसके अलावा पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब आदि से भी लोग CO ऑफिस पहुंचे व उन्होंने अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने व उनका पैसा दिलवाने की मांग की है.

पढ़ें: Apeksha group chit fund case: करोड़ों की धोखाधड़ी में अपेक्षा ग्रुप के आरोपियों की मदद, SHO लखन लाल मीणा व ASI रेहाना अब्बास निलंबित

भाखरांवाली के उप सरपंच भूप भरनवा ने बताया कि नोबेल ग्रीन और केनिको कंपनी के मालिक सोहनलाल कामरा और उसके सहयोगी लोगों के लाखों रुपए हड़प कर फरार हो गए थे. चिटफंड कंपनी चलाने वालों में मुख्य लोगों में सोहन लाल कामरा और दूसरा राजपाल था. संगरिया पुलिस थानाधिकारी हनुमानाराम ने बताया कि संगरिया थाने में नोबेल ग्रीन व केनिको कंपनी के डायरेक्टर आरोपी राजपाल व सोहन लाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों पर लोगों से ठगी करने का आरोप है. आरोपी पैसा ठगकर फरार हो गए थे. पुलिस ने सोहन लाल को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया. कोर्ट ने आरोपी को पीसी रिमांड पर भेजा है.

पढ़ें: चिटफंड में लाखों रुपये हारी महिला, पति ने डांटा तो दी हत्या की सुपारी

यूं बनाते थे शिकार: आरोपित जगह-जगह सेमिनार आयोजित कर लोगों को निवेश का लालच देते थे और बातों के मकड़जाल में फंसा मासिक किश्तों के रूप में कंपनी में रुपए जमा करवा लेते थे. आरोपियों ने अलग-अलग लोगों से 5000, 2185, 955, 600 और 545 रुपए एकमुश्त जाम करवा उन्हें तीन से पांच साल की पॉलिसी दी. साथ ही पॉलिसी पूरी होने पर अधिक ब्याज सहित सारी रकम वापस करने की गारंटी दी. इनकी मैच्योरिटी सीमा 2021, 2022 और 2023 रखी गई. जो पॉलिसी 2021 में पूरी हो गई, उसकी रकम लेने जब लोग उनके कार्यालय पहुंचे, तो आरोपियों ने रकम देने से मना कर दिया.

हनुमानगढ़. संगरिया थाना क्षेत्र में एक चिटफंड कंपनी के माध्यम से करोड़ों की ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार ​किया गया है. आरोपी को कोर्ट ने पीसी रिमांड पर भेजा (Fraud accused on PC remand) है. ठगी के शिकार हुए कई लोगों ने आरोपी से अपना पैसा दिलवाने की मांग की है.

गिरफ्तारी के बाद ठगी का शिकार हुए लोगो में संगरिया क्षेत्र के जगदीप सिंह घुंकावली, करमजीत सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, पप्पू शर्मा, भूप भरवाना उप सरपंच, निहाल सिंह नुकेरा, नेतराम नागराना, हरजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, बलविंदर सिंह, निर्मल सिंह, राज मिस्त्री, सोनू, बलवीर सिंह, मोहनलाल, बेअंत सिंह शामिल हैं. इसके अलावा पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब आदि से भी लोग CO ऑफिस पहुंचे व उन्होंने अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने व उनका पैसा दिलवाने की मांग की है.

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भाखरांवाली के उप सरपंच भूप भरनवा ने बताया कि नोबेल ग्रीन और केनिको कंपनी के मालिक सोहनलाल कामरा और उसके सहयोगी लोगों के लाखों रुपए हड़प कर फरार हो गए थे. चिटफंड कंपनी चलाने वालों में मुख्य लोगों में सोहन लाल कामरा और दूसरा राजपाल था. संगरिया पुलिस थानाधिकारी हनुमानाराम ने बताया कि संगरिया थाने में नोबेल ग्रीन व केनिको कंपनी के डायरेक्टर आरोपी राजपाल व सोहन लाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों पर लोगों से ठगी करने का आरोप है. आरोपी पैसा ठगकर फरार हो गए थे. पुलिस ने सोहन लाल को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया. कोर्ट ने आरोपी को पीसी रिमांड पर भेजा है.

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यूं बनाते थे शिकार: आरोपित जगह-जगह सेमिनार आयोजित कर लोगों को निवेश का लालच देते थे और बातों के मकड़जाल में फंसा मासिक किश्तों के रूप में कंपनी में रुपए जमा करवा लेते थे. आरोपियों ने अलग-अलग लोगों से 5000, 2185, 955, 600 और 545 रुपए एकमुश्त जाम करवा उन्हें तीन से पांच साल की पॉलिसी दी. साथ ही पॉलिसी पूरी होने पर अधिक ब्याज सहित सारी रकम वापस करने की गारंटी दी. इनकी मैच्योरिटी सीमा 2021, 2022 और 2023 रखी गई. जो पॉलिसी 2021 में पूरी हो गई, उसकी रकम लेने जब लोग उनके कार्यालय पहुंचे, तो आरोपियों ने रकम देने से मना कर दिया.

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