हनुमानगढ. जिले की संगरिया पंचायत समिति की बैठक में शनिवार को फसल खराबे को लेकर विशेष गिरदावरी की मांग पर संगरिया विधायक गुरदीप शाहपीनी और संगरिया तहसील तहसीलदार विश्व प्रकाश चारण में जमकर ’तू-तू’, ’मैं मैं’ हुई और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. विवाद बढ़ता देख बैठक में माजूद अन्य अधिकारियों ने बीचबचाव कर दोनों को अलग किया. इस दौरान वहां माजूद कुछ लोगों ने तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी.
ऐसे हुआ विवादः बैठक में विधायक गुरदीप शाहपीनी ने तहसीलदार से बरसात, ओलावृष्टि और अंधड़ से खराब हुई फसलों को लेकर स्पेशल गिरदावरी की मांग करते हुए कहा कि मुफ्त की अक्ल दे रहे हैं, ले लीजिए. जिस पर तहसीलदार को गुस्सा आ गया और तहसीलदार ने भी जवाब देते हुए कहा की नहीं चाहिए आपकी अक्ल. इस पर विधायक ने तहसीलदार को मीटिंग से बाहर जाने को कहा, तो तहसीलदार ने पलटकर विधायक को बाहर जाने की नसीहत दे डाली. इस पर विधायक ने तहसीलदार को थप्पड़ मारने की धमकी दे डाली.
ऐसे हुआ मामला शांत: तहसीलदार ने भी विधायक को इस पर जवाब दे दिया. इस पर विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. तभी अन्य अधिकारियों ने बीचबचाव कर दोनों को अलग किया और तहसीलदार को कमरे से बाहर ले गए, तब जाकर मामला शांत हुआ. इस मामले में संगरिया विधायक गुरदीप शाहपीनी का कहना है कि तहसीलदार सही तरीके से गिरदावरी नहीं कर रहे और इससे किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा. वहीं तहसीलदार का कहना है कि वह गिरदावरी करने में लगे हुए हैं और कल ही उन्होंने खेतों में जाकर फसल खराबे को देखा था. उनका काम सरकार को रिपोर्ट भेजना है ना कि मुआवजा देना.