हनुमानगढ़. जिले में 16 जुलाई को ट्रांसपोर्टर से हुई एक लाख 23 हजार रुपए की लूट का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि 16 जुलाई को शेखर ट्रांसपोर्ट पर पिस्तौल की नोक पर लूट की गई थी लूट की सारी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई थी जिसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. जिसके बाद लूट के मुख्य चारों आरोपियों को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गांव धोलीपाल के पास आरोपियों को सदर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाता, लेकिन बरसात की वजह से यह भागने कामयाब हो गए थे. जिसके बाद पुलिस ने गांव धोलीपाल में जांच-पड़ताल शुरू की, तो उन्हें पता चला कि गांव के रहने वाले चार युवक लूट के दिन संदिग्ध नजर आ रहे थे. उनकी गतिविधियां संदिग्ध थी. जिस पर पुलिस को शक हुआ. वहीं, गांव के चार युवक भी फरार हो गए थे.
वहीं, पुलिस ने उनके मोबाइल ट्रेस किए तो पता चला कि वो देहरादून में हैं. जिसके बाद पुलिस ने एसआई शंभू दयाल के नेतृत्व में एक टीम देहरादून भेजी, जहां पर लूट के चारों आरोपियों को दबोच लिया गया. फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है की इनके तार किसी बड़ी गैंग से तो नहीं जुड़े हुए हैं. वहीं, इनमें से एक आरोपी अनिल ने हनुमानगढ़ में रेहड़ी चालक से की गई मारपीट का भी करना स्वीकार किया है. पुलिस ने कहा कि इन आरोपियों से कई बड़ी वारदातें खुल सकती है.
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बता दें, चारों आरोपी हनुमानगढ़ के गांव धोलीपाल के रहने वाले हैं. इनमें से दो आरोपियों के तार पंजाब के किसी गैंग से भी जुड़े हुए हैं, जो कि इनसे पूछताछ में पता चलेगा. पुलिस के अनुसार लूट की राशि अभी बरामद नहीं की गई है. इनसे पूछताछ के बाद राशि भी बरामद कर ली जाएगी. निश्चित तौर पर पुलिस की यह कार्रवाई कई मायनों में बड़ी है. क्योंकि इस लूट की वारदात के बाद हनुमानगढ़ के सभी व्यापारियों ने प्रदर्शन किया था. बंद की चेतावनी भी दी थी, जिसके बाद पुलिस पर दबाव था और पुलिस ने जल्द ही इस लूट का खुलासा कर दिया.