जयपुर: जयपुर देश में सबसे प्लांड सिटी है. 2027 में जयपुर 300 साल का हो जाएगा. तब पूरे सालभर भव्य आयोजन किए जाएंगे. ये कहना है प्रदेश की उपमुख्यमंत्री और जयपुर के पूर्व राज परिवार की सदस्य दीया कुमारी का. जयपुर स्थापना दिवस से पहले रविवार को दीया कुमारी ने ये बात कही. साथ ही यहां वॉल सिटी में पसरे हुए अतिक्रमण को लेकर सरकार और प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय लोगों की भी जिम्मेदारी बताई.
सबसे प्लांड सिटी जयपुर: जयपुर अपनी विरासत, संस्कृति, सभ्यता और बसावट के लिए विश्व भर में जाना जाता है. इसी जयपुर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का तमगा भी मिला हुआ है. सोमवार 18 नवंबर को जयपुर 297 साल का हो जाएगा. इससे पहले रविवार को जयपुर स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए दीया कुमारी ने कहा कि हम सबको गर्व है कि जयपुर देश के सबसे प्लांड सिटी में से एक है. जिस तरह से जयपुर की स्थापना की गई उसमें साइंस और वास्तु का भी ध्यान रखा गया. आज भी परकोटे की सड़क ट्रैफिक होने के बावजूद भी उसी तरह बरकरार है. उस दौर का ड्रेनेज सिस्टम आज भी चल रहा है. इस शहर पर बाहर से आकर लोग रिसर्च करते हैं. 2027 में जयपुर जब 300 साल का हो जाएगा, उस समय सालभर भव्य आयोजन किए जाएंगे.
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100 करोड़ का बजट: हालांकि जयपुर के परकोटे की दीवार और बरामदों पर करीब 3100 से ज्यादा अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं. इस पर दीया कुमारी ने कहा कि इन पर कार्रवाई की जा रही है. सफाई और ब्यूटीफिकेशन पर भी ध्यान दिया जा रहा है. बजट घोषणा में वॉल सिटी के लिए 100 करोड़ का बजट भी निर्धारित किया गया है. केंद्र सरकार को भी परकोटे को निखारने के लिए एक डीपीआर बना करके भेजी है. ताकि किसी योजना के माध्यम से वॉल सिटी को और अच्छा और व्यवस्थित बनाया जा सके. उन्होंने कहा कि हालांकि ये काम सिर्फ सरकार और प्रशासन का नहीं है. जब तक नागरिक नहीं जुड़ेंगे और खुद इसके लिए जिम्मेदारी तय नहीं करेंगे, तब तक कुछ नहीं बदलेगा. जिस दिन सरकार, प्रशासन और नागरिक तीनों मिलकर काम करना शुरू कर देंगे, उस दिन सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा.