हनुमानगढ़. केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीनों कृषि कानून का विरोध किसानों और विपक्षी राजनीतिक पार्टियों की ओर से लगातर जारी है. दिल्ली सहित हनुमानगढ़ में भी किसान पिछले लम्बे समय से धरने-प्रदर्शन कर अपना विरोध जता रहे है.
दिल्ली धरने पर बैठे किसानों के समर्थन, सरकार और किसान नेताओं के बीच 9वीं स्तर की बैठक विफल होने के विरोध में सरकार को चेताने के लिए हनुमानगढ़ सीटू की ओर से मशाल जुलूस निकाला गया. ये जुलूस कई किलोमीटर की यात्रा के बाद भगत सिंह चौक पहुंचा. जहां सीटू नेताओं के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अपनी हठ तोड़ते हुए कानून वापस नहीं लिए गए तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा.
वहीं सीटू नेता और सरपंच ने बताया कि 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर रैली में शामिल होने के लिए सुबह जनवादी महिला मोर्चा और सीटू कार्यकर्ता ट्रैक्टरों से दिल्ली रवाना होंगे. सरकार को ये तीनो कृषि कानून और नया विद्युत कानून वापस लेना ही पड़ेगा.
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आंदोलन में तेजी और गर्माहट बरकरार रहे इसके लिए हनुमानगढ़ में लम्बे समय से विपक्षी राजनीतिक पार्टियों और किसानों की ओर से धरने, प्रदर्शन किए जा रहे है. हलांकि केंद्र की भाजपा सरकार अभी भी कानून वापस लेने के मूड में नहीं दिख रही है. वहीं किसान और विपक्षी राजनीतिक पार्टियां भी पीछे हटने का नाम नहीं ले रही है.