हनुमानगढ़. बरसात के बाद शहर के हालात बद से बदतर हो चुके हैं. मुख्य सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं. सड़कों में बड़े-बड़े खड्डे बने हुए हैं, जिसके कारण वहां रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं. हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय इस बरसात के बाद लग रहा है जैसे कि कोई जिले की तहसील हो. यहां पर प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है.
हनुमानगढ़ में बीते दो दिनों से हो रही मानसूनी बरसात के बाद शहर के हालात पूरी तरह से बिगड़ चुके हैं. शहर की जो मुख्य सड़कें हैं वह पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. बड़े-बड़े खड्डे सड़कों में बन चुके हैं. यहां तक कि प्रशासन के ऑफिस तक जाने वाली सड़कें भी पूरी तरह से टूट चुकी हैं. रोजाना प्रशासन के लोग यहां से गुजरते हैं. लेकिन टूटी हुई सड़कें उन्हें नहीं दिखाई दे रहीं.
इसको लेकर लोगों का आक्रोश है कि नगर परिषद प्रशासन हो या पीडब्ल्यूडी विभाग हो. कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां की सड़कें यूं लग रही हैं जैसे कि कई सालों पहले बनी थी और बरसात आने के बाद इनके हालात बिगड़ चुके हों. रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है.
सड़कों के मामलों में नगर परिषद आयुक्त का कहना है कि उनके द्वारा सिर्फ एक सड़क बनाई जानी बाकी है, जिसके टेंडर जल्द कर दिए जाएंगे और उसे बना दी जाएगी. लेकिन जिस तरह से हनुमानगढ़ के शहर के हालात हैं. उसे देखकर साफ है कि नगर परिषद आयुक्त सब कुछ जानते हुए भी बोलने से बच रहे हैं.