हनुमानगढ़. जिले में बंद को व्यापारिक संगठनों ने भी सहयोग दिया और इस दौरान जहां किसानों ने जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर चक्काजाम और रैलियां निकाली. वहीं, हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय सहित सभी जगहों पर आवश्यक सेवाओं को छोड़कर गांवों से लेकर शहरों तक बंद का व्यापक असर देखने को मिला.
बता दें कि किसानों के समर्थन में शुक्रवार को जिले की धान मंडियों में कारोबार भी बंद रहा और कृषि जिंसों की बिक्री नहीं हुई. इसके अलावा हनुमानगढ़ में आज निजी स्कूलों को भी बंद रखा गया है.
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हालांकि बस और अन्य परिवहन सुविधाएं बन्द होने के चलते कुछ लोग परेशान भी नजर आए. साथ ही स्थानीय स्तर पर ऑटो-रिक्शा जरूर चलते नजर आए. इसके साथ ही आंदोलनकारियों में कामरेड़ रघुवीर वर्मा, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष, प्रवीना मेघवाल और कांग्रेस नेता सौरभ राठौड़ आदि ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जबतक सरकार तीनों कृषि कानून वापस और एमएसपी पर कानून नहीं बना देती है. तबतक यूं ही डटे रहेंगे. बंद के दौरान एहतियात के तौर पर जिलेभर में 200 पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई. ताकि कानून व्यवस्था बिगड़े नहीं.