हनुमानगढ़. टाउन के एक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में कोविड-19 मरीजों का इलाज राज्य सरकार के तय मापदंडों के अनुसार नहीं करने पर जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को कार्रवाई के आदेश दिए हैं. सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों के बाद कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों को अधिग्रहण किया गया है. इन्हीं अधिकृत अस्पतालों में हनुमानगढ़ टाउन में स्थित हिसारिया मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल भी एक है.
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जांच में खुलासा हुआ है कि ये निजी अस्पताल कोविड के भर्ती मरीजों के परिजनों को शुल्क के नाम पर लूट रहा था. इस अस्पताल में काफी संख्या में कोरोना मरीज भर्ती हैं. वहीं, जांच अधिकारी ने अस्पताल पहुंचकर औचक निरीक्षण किया और मरीजों के परिजनों से व्यस्थाओं के बारे में जानकारी ली. अधिकतर परिजनों ने बताया कि उन्हें ऑक्सीजन और दवाइयों तक कि व्यवस्था अपने स्तर पर ही करनी पड़ रही है. नर्सिंग स्टाफ भी उनकी केयर तक समुचित तरीके से नहीं करता है.
साथ ही परिजनों बताया कि अस्पताल प्रशासन दैनिक जांच तक का चार्ज तक वसूल रहा है. वहीं, जांच में ये भी सामने आया कि अस्पताल की ओर से राज्य सरकार की ओर से जारी कोविड-19 के उपचार दरों की तय लिस्ट ना तो अस्पताल में चस्पा की गई है और ना ही मरीजों के परिजनों की इसकी भर्ती करते समय जानकारी दी गई. जांच रिपोर्ट के आंकलन के बाद जिला कलेक्टर ने सीएमएचओ को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि सरकार की ओर से जो निजी अस्पताल अधिकृत किए गए हैं. उनके लिए जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार दवाइयां और जांच दर निर्धारित है. इसके अलावा अस्पताल कोई भी चार्ज नहीं वसूल सकता है.