हनुमानगढ़. जिले के नोहर में नथवानिया गांव में 21 अप्रैल को कुछ लोगों ने मां-बेटी को बाइक से टक्कर मारकर जान से मारने का प्रयास किया था, लेकिन असफल रहने पर तेजाब फेंककर मां को जला दिया गया था. एसिड अटैक के हमले में 90 प्रतिशत जली महिला को गम्भीर हालात में हनुमानगढ जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन हालात नाजुक होने पर बीकानेर के सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था. 23 दिन बाद तेजाब पीड़िता ने पीबीएम अस्पताल में दम तोड़ दिया. वहीं, पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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मृतका की पुत्री ने आरोप लगाया है कि आरोपी सुभाष पूनिया ने उससे छेड़छाड़ की थी, जिसकी शिकायत उसने पुलिस को दी. सुभाष पूनिया और उसके 2 साथियों ने उसको मारने की नियत से उस पर हमला किया और उसने भागकर जान बचाई तो आरोपियों ने उसकी मां पर तेजाब फेंक दिया. पेट्रोल की बोतल छोड़कर फरार हो गए थे.
बता दें कि इस मामले में युवती ने गोगामेड़ी पुलिस पर सुनवाई नहीं करने के आरोप भी लगाया था. पुलिस ने थाने आकर रिपोर्ट करने को कहा. इसके बाद गंभीर झुलसी महिला को नोहर चिकित्सालय भर्ती करवाया गया, जहां हालात गम्भीर होने पर महिला को हनुमानगढ़ जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया.
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इस मामले में हनुमानगढ़ जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों का कहना है कि महिला गम्भीर रूप से झुलसी है, लेकिन महिला तेजाब से झुलसी है या किसी और चीज से झुलसी है, ये अभी तक स्पष्ट नहीं है. वहीं, इस गंभीर मामले में गोगामेड़ी पुलिस की लापरवाही सामने आई है. मामले को लेकर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले के मीडिया में आने के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया है और अब पुलिस ने अन्य धाराएं भी जोड़ दी है.