हनुमानगढ़. कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन की कड़ी में आज हनुमानगढ़ के पड़ोसी जिले श्रीगंगानगर की पदमपुर तहसील में किसान सभा का आयोजन किया जाना है. इस सभा में शामिल होने से पूर्व किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी हनुमानगढ़ के एक निजी विद्यालय में पहुंचे, जहां स्थानीय नेताओं सौरभ राठौड़, शलेन्द्र मेघवाल आदि अन्य लोगों ने उनका स्वागत-सत्कार किया और किसान आंदोलन पर चर्चा की.
चढूनी पत्रकारों से बात करते हुए इस बार राजनीति के रंग में रंगे दिखे और उन्होंने केंद्र सरकार पर देश बेचने का आरोप लगाते हुए लोगों से सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की. वहीं उनसे जब पूछा गया कि शुरुआती दौर में आंदोलन को राजनीति से दूर रखने की बातें कही जा रही थी. अब हर सभा में जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं, वहां-वहां भाजपा को सत्ता से हटाने की बाते कही जा रही है. इस बीच चढूनी ने कहा कि वे राजनीति अब भी नहीं कर रहे हैं, लेकिन ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का बिल्कुल हक नहीं है, जो सिर्फ दो-चार बड़े लोगों के लिए आम जनता की अनदेखी कर रही है.
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वहीं चढूनी से राकेश टिकैत के 40 लाख ट्रैक्टर वाली बात पर जानना चाह तो, उन्होंने हमेशा की तरह टिकैत के बयान को व्यंग्यात्मक हंसी हंसते हुए उन्हीं से ही पूछने की बात कही और संसद के घेराव का उन्होंने अभी कोई प्लान नहीं होने की बात भी कही. साथ ही उनका कहना था कि अगर सरकार निमंत्रण के लिए बुलाएगी तो वे लोग अवश्य जाएंगे, बातचीत को कभी नहीं तोड़ेंगे, लेकिन शर्त वहीं है कि तीनों कृषि कानून वापस और एमएसपी की गारंटी पर कानून बने.