हनुमानगढ़. सीआरपीएफ के जवान जालिम सिंह गोदारा का शनिवार को हनुमानगढ़ जिले के पैतृक गांव फेफाना में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया. जवान जालिम सिंह श्रीनगर में बटालियन 103 में कार्यरत थे और शुक्रवार को हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था. जिसके बाद शनिवार सुबह उनका शव नोहर कस्बे में लाया गया. जहां से तिरंगा यात्रा के राजकीय सम्मान के साथ उनका शव फेफाना गांव लाया गया.
फेफाना गांव में जालिम सिंह के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल था. वहीं सिंह की 2 साल की बेटी पापा आ जाओ आ जाओ की पुकार ने माहौल को और भावुक कर दिया. जालिम सिंह के पिता ने रोते-रोते बेटे पर गर्व जताया और दूसरे बेटों को भी देश सेवा के लिए सेना में भेजनी की बात कही.
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों ने उनकी पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी. इस दौरान जालिम सिंह गोदारा अमर रहें और भारत माता की जय के नारे गुंजायमान हुए.
बता दें कि CRPF के जवानों को सरकार द्वारा शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता है और ना ही कोई सरकारी सुविधाएं परिजनों को मिलती हैं. सीआरपीएफ के जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग भी ग्रामीणों ने उठाई.