हनुमानगढ़. जिले के रोडवेज कार्यालय में पिछले 6 दिनों से लगातार संविदा कर्मी धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि उनका जो वेतनमान है वह बढ़ाकर 10 हजार रूपए किया जाए, साथ ही उनका फैमिली पास भी बनाया जाए. संविदा कर्मियों का आरोप है कि जिस प्लेसमेंट एजेंसी ने उन्हें काम पर लगाया था, वह उन्हें हटाने में लगी हुई है. उभी तक करीब ढाई सौ संविदा कर्मियों को हटाया जा चुका है.
बता दें कि धरने पर बैठे संविदा कर्मियों का आरोप है कि बीकानेर की एक एजेंसी ने उन्हें रोडवेज कार्यालय में काम पर लगाया था. उन्होंने बताया कि उन्हें मात्र 5800 रुपए दिए जा रहे हैं और16 घंटे ड्यूटी करवाई जाती है. उनका कहना है कि वेतनमान कम होने के बाद भी अभी तक कई संविदाकर्मियों को हटाया जा चुका है, इसलिए वे अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं.
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संविदा कर्मियों का कहना है कि उनका फैमिली पास अब तक नहीं बना है अगर वे दूसरी बसों में सफर करते हैं तो उनका किराया लगता है, जबकि वह खुद रोडवेज कर्मी हैं. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द उनका वेतन मान बढ़ाया जाए उनका फैमिली पास बनाया जाए.
रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि यह ऊपर का मामला है. इनकी मांगे ऊपर तक भिजवा दी गई है, जैसा भी फैसला होगा इन्हें बता दिया जाएगा. वहीं उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.